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लुधियाना (जनादेश ब्यूरो): आम आदमी पार्टी के हलका लुधियाना पश्चिम से विधायक गुरप्रीत गोगी बस्सी की शुक्रवार देर रात संदिग्ध हालात में गोली लगने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि गुरप्रीत गोगी के सिर में गोली लगी है। गोली कैसे चली और किसने चलाई यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।

कांग्रेस से शुरू की थी राजनीतिक यात्रा

गोली चलने की आवाज आते ही उनके पारिवारिक सदस्य और उनकी सुरक्षा में तैनात मुलाजिम कमरे में पहुंचे और उन्हें डीएमसी अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद पुलिस के उच्चाधिकारी और थाना डिवीजन आठ के साथ-साथ चौकी घुमारमंडी की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। देर रात विधायक की मौत की खबर सुनते ही कई लोग उनके घर व अस्पताल पहुंच गए। शुक्रवार शाम को वह शहर में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे।

कांग्रेस में रहकर अपना राजनीतिक कॅरिअर शुरू करने वाले गुरप्रीत गोगी पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता भारत भूषण आशु के नजदीकी थे।

चंडीगढ़ (जनादेश ब्यूरो): शिरोमणि अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा, "आज कार्यसमिति की बहुत महत्वपूर्ण बैठक हुई। सुखबीर सिंह बादल भी आए थे। वह चाहते थे कि कार्यसमिति उनका इस्तीफा (पार्टी अध्यक्ष पद से) स्वीकार कर ले। उन्होंने 18 नवंबर को इस्तीफा दे दिया था। कार्यसमिति ने उनकी मांग स्वीकार कर ली है। इस बीच पार्टी के संगठनात्मक चुनाव, सदस्यता अभियान शुरू हो गया है। यह 20 जनवरी से 20 फरवरी तक चलेगा। पार्टी अध्यक्ष चुनने के लिए 1 मार्च को चुनाव होंगे। बलविंदर सिंह भूंदड़ फिलहाल कार्यकारी अध्यक्ष हैं। वह संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं। इसलिए अगर कोई बड़ा फैसला लेना है तो उसका अधिकार बलविंदर सिंह भूंदड़ और संसदीय बोर्ड को दिया गया है।"

अकाल तख्त की ओर से 'तनखैया' (सिख धार्मिक संहिता का उल्लंघन करने का दोषी) घोषित किए जाने के करीब 2 महीने बाद पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।

चंडीगढ़ (जनादेश ब्यूरो): पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अनशन समाप्त कराने के लिए अकाल तख्त से हस्तक्षेप करने की बीजेपी की मांग को लेकर निशाना साधा और कहा कि उसे ऐसा करने के बजाय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलना चाहिए और किसानों की मांगों को मनवाने के लिए दबाव डालना चाहिए। डल्लेवाल का अनशन शुक्रवार को 46वें दिन में प्रवेश कर गया। शुक्रवार को जारी तीन मिनट के वीडियो संदेश में 70 वर्षीय किसान नेता ने कहा कि वह अपना अनशन तभी खत्म करेंगे जब केंद्र किसानों की मांगों को मान लेगा।

डल्लेवाल की बीजेपी को सलाह- अकाल तख्त से नहीं मोदी सरकार से करें संपर्क 

इससे पहले बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह से किसान नेता के अनिश्चितकालीन अनशन को समाप्त कराने के लिए हस्तक्षेप करने की अपील की थी। बीजेपी के इस प्रतिनिधिमंडल में सुखमिंदर पाल सिंह ग्रेवाल और सरचंद सिंह वाले शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने डल्लेवाल के बिगड़ते स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त की।

चंडीगढ़ (जनादेश ब्यूरो): संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बुधवार को सरकार से फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और खरीद प्रणाली पर ‘श्वेत पत्र’ जारी करने का आग्रह किया। एसकेएम ने यह आरोप भी लगाया कि लगभग 90 प्रतिशत फसलों की खरीद सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर नहीं हो रही है।

फसलों की एमएसपी पर श्वेत पत्र लाए सरकार: एसकेएम

एसकेएम ने एक बयान में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर ‘लोगों को गुमराह करने’ का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें स्वामीनाथन आयोग द्वारा अनुशंसित फॉर्मूले और सरकारी एमएसपी फॉर्मूले के बीच के अंतर को श्वेत पत्र के जरिए सामने लाना चाहिए। एमएसपी किसानों से कुछ फसलों की खरीद के लिए सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मूल्य है।

केंद्रीय कृषि मंत्रालय का एक संलग्न कार्यालय, कृषि लागत और मूल्य आयोग (सीएसीपी) विशिष्ट फसलों के लिए एमएसपी के बारे में सुझाव देता है। ए2+एफएल+50 प्रतिशत फॉर्मूले में किसान द्वारा वहन की गई लागत और परिवार के श्रम का मूल्य शामिल होता है, एमएसपी निकालने के लिए इसमें लागत का 50 प्रतिशत जोड़ा जाता है।

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