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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को टक्कर देने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता लगातार राज्य में रैलियां कर रहे हैं। वहीं, विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ममता ने भी हुंकार भरी दी है।मुख्यमंत्री ममता ने मंगलवार को एक चुनावी रैली में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को बंगाल में लाने का प्रयास कर रही है।

वहीं, ममता के इस आरोप पर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि आज तक कोई पैदा नहीं हुआ है, जो असदुद्दीन ओवैसी को पैसे से खरीद सके। हैदराबाद सांसद ने कहा, आजतक कोई ऐसा आदमी पैदा नहीं हुआ जो पैसों से असदुद्दीन ओवैसी को खरीद सके। उनके आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं और वह बेचैन हैं। उन्हें अपने घर (पार्टी) की चिंता करनी चाहिए, क्योंकि उनके कई लोग भाजपा में जा रहे हैं। उन्होंने बिहार के मतदाताओं और हमारे लिए वोट करने वाले लोगों का अपमान किया है। 

कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार तेज हो रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा की ओर से किए जा रहे रोजगार के वादों को झूठा बताते हुए भाजपा को चोर और चंबल का डकैत बताया है। 

ममता बनर्जी ने जलपाईगुड़ी में एक रैली में कहा, ''भाजपा से बड़ा कोई चोर नहीं है। वे चंबल के डकैत हैं। उन्होंने 2014, 2016 और 2019 के चुनावों में कहा कि सात चाय बागान दोबारा खोले जाएंगे और केंद्र सरकार उनका अधिग्रहण करेगी। वे अब नौकरी के वादे कर रहे हैं। वे ठग रहे हैं।''

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह आईपीएस अधिकारियों को अपने अधीन सेवा देने के लिए तलब कर राज्य के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप कर रही है। बनर्जी ने केंद्र सरकार को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की चुनौती भी दी और पश्चिम बंगाल को दंगा प्रभावित गुजरात में बदलने का प्रयास करने के लिए उसकी आलोचना की।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में राज्य का सियासी पारा चढ़ गया है। हाल ही में बंगाल में प्रचार करने पहुंचे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर पथराव भी किया गया। वहीं, बंगाल में कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने आज मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के हालात कश्मीर से भी बदतर बताते हुए राज्य में जल्द से जल्द आचार संहिता लागू करने की मांग की। 

भाजपा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने किया। इसमें पश्चिम बंगाल भाजपा सचिव सब्यसाची दत्ता और भाजपा चुनाव समिति के संयोजक शिशिर बाजोरिया शामिल थे। तीनों नेताओं ने पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की। मुलाकात के बाद स्वपन दासगुप्ता ने कहा, हमने चुनाव आयोग से कहा है कि पश्चिम बंगाल में असाधारण परिस्थितियों को देखते हुए, आदर्श आचार संहिता जल्द से जल्द लागू की जानी चाहिए। भाजपा सचिव सब्यसाची दत्ता ने कहा, राज्य में हालात कश्मीर से भी बुरे हो गए हैं। 

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं उससे पहले राज्य में सियासी सरगर्मी तेज हो चुकी है। हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बंगाल दौरे के वक्त उनके काफिले पर हुए पथराव में पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के घायल होने के बाद उन्हें जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की गई है। उनके बाद अब बंगाल में सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस के बागी विधायक शुभेंदु अधिकारी की सुरक्षा को बढ़ाकर जेड प्लस कर दिया गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार उनको खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने यह कदम उठाया है।

शुभेंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार में मंत्री थे। उन्होंने पिछले महीने 27 नवंबर को परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था। इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा था कि मेरी पहचान यह है कि मैं पश्चिम बंगाल और भारत का बेटा हूं। मैं हमेशा बंगाल के लोगों के लिए लडूंगा। केवल इतना ही नहीं उन्होंने पार्टी नेतृत्व को एक संदेश भी भेजा था। इसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी में रहकर अब काम करना संभव नहीं है। अधिकारी को जनाधार वाला एक प्रभावशाली नेता माना जाता है। उनका इस्तीफा ममता बनर्जी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

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