ताज़ा खबरें
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा
संसद में अडानी के मुद्दे पर हंगामा, राज्यसभा पूरे दिन के लिए स्थगित
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

पटना: भाकपा कन्हैया कुमार के जदयू में शामिल होने की संभावना को निराधार बताया। मंगलवार को पार्टी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार कन्हैया कुमार पार्टी के विधायक सूर्यकांत पासवान के साथ जनहित के मसलों पर चर्चा के लिए मंत्री अशोक चौधरी से मुलाकात करने के लिए गए थे। पार्टी ने कन्हैया के जदयू में शामिल होने संबंधी बातों को भ्रामक बताया।

वहीं, भाकपा, बिहार के राज्य सचिव राम नरेश पाण्डेय ने मुजफ्फरपुर स्थित खुदी राम बोस स्मारक के पास किसान आंदोलन के समर्थन में चल रहे धरना में शामिल लोगों पर असामाजिक तत्वों द्वारा हमले की कड़ी निन्दा की। उन्होंने पुलिस प्रशासन और बिहार सरकार से उनपर कठोर कार्रवाई की मांग की। मंगलवार को जारी विज्ञप्ति में कहा कि हमले में कई धरनास्थल पर गंभीर रूप से जख्मी हो गये है। दरी, झंडा, बैनर, लाउडस्पीकर को असामाजिक तत्वों ने नष्ट कर डाला।

पटना: बिहार में यदि कोई भी पुलिसकर्मी शराब पीते पकड़े जाएंगे तो उन्हें तत्काल नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बावत सोमवार को दो टूक निर्देश दिया है कि पुलिसकर्मियों ने शराब का सेवन नहीं करने की शपथ ली है। इसलिए कोई पुलिसकर्मी शराब पीते पकड़े जायें तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई कर उन्हें तत्काल बर्खास्त करें। उन्होंने यह भी कहा कि सभी चौकीदारों को स्थानीय स्तर पर एक-एक चीज की जानकारी होती है, इसलिये गड़बड़ी पाये जाने पर ऐसे चौकीदारों पर भी सख्त कार्रवाई करें। 

मुख्यमंत्री सोमवार को मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की समीक्षा के दौरान कई निर्देश दिये। यह भी निर्देश दिया कि सीमावर्ती इलाकों में सघन जांच करायें और गड़बड़ी मिलने पर स्थानीय प्रशासन पर भी कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के पूर्व शराब का धंधा करने वाले लोग अब क्या काम कर रहे हैं, उनके विषय में भी जानकारी एकत्रित करें। सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत और अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचे, इस दिशा में कार्रवाई सुनिश्चित करें। 

पटना: बिहार में कोरोना जांच में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी को लेकर मीडिया रिपोर्ट के बाद विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर हो गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आनन फानन में जमुई के सिविल सर्जन समेत चार कर्मियों के सस्पेंड और छह कर्मियों की बर्खास्ती को महज दिखा बताया। तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया कि अरबों का कोरोना घोटाला सामने आने के बाद नीतीश जी दिखावटी तौर पर जैसा कि पूर्व के 61 घोटालों में करते आए हैं छोटे स्तर के कर्मचारियों को बर्खास्त करने का नाटक रच, धन उगाही कर जेडीयू को चुनावी चंदा देने वाले उच्च अधिकारियों को बचायेंगे। यही नीतीश कुमार की स्थापित नीति, नीयत और नियम है।

इससे पहले तेजस्वी ने लगातार दो ट्वीट करते हुए कहा कि था कि बिहार में टेस्टिंग की संख्या 4 महीनों तक देश में सबसे कम रही। विपक्ष और जनदबाव में नीतीश जी ने विपदा के बीच ही आँकड़ों की बाज़ीगरी नहीं करने वाले 3 स्वास्थ्य सचिवों को हटा दिया। फिर उन्होंने अपने जाँचे-परखे आँकड़ों की बाज़ीगिरी करने वाले भ्रष्ट अधिकारियों को नियुक्त किया।

नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान को बजट को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ( एनडीए) के एजेंडे पर चर्चा के लिए शनिवार को होने वाली सत्तारूढ़ गठबंधन की बैठक में आमंत्रित किया गया है। लेकिन खराब स्वास्थ्य की वजह से वे शामिल नहीं हो पाएंगे।

वहीं अब इस आमंत्रण पर जदयू नेता केसी त्यागी ने जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हम चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को राजग का सदस्य नहीं मानते। उन्होंने कहा कि लोजपा ने  बिहार विधानसभा चुनाव में हमारे एनडीए उम्मीदवारों के खिलाफ कार्य किया जिससे हमारे गठबंधन को काफी नुकसान हुआ।

बता दें कि लोजपा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरोध में राज्य में राजग से अलग होकर अकेले राज्य विधानसभा चुनाव लड़ा था। इस घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी का पासवान को गठबंधन की बैठक के लिए आमंत्रित करना महत्व रखता है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख