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पटना: बिहार के पश्चिम चम्पारण ज़िले में नौतन से भाजपा विधायक और बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री नारायण साह के बेटे बब्लू ने दबंगई दिखाई। बताया जा रहा है कि बगीचे में क्रिकेट खेल रहे बच्चों के बीच मारपीट के बाद फायरिंग की गई है। मंत्री नारायण साह के बेटे ने धौंस दिखाते हुए हवाई फायरिंग कर दी और फिर भगदड़ मच गई। इसमें एक बच्चा समेत क़रीब आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं।

ग्रामीणों ने मंत्री की सरकारी गाड़ी से आए उसके बेटे को खदेड़ दिया। इस दौरान सरकारी गाड़ी छोड़कर मंत्री का बेटा भाग खड़ा हुआ। लोगों ने वाहन पर लगी मंत्री की नेम प्लेट को तोड़ दिया और उनकी गाड़ी को घेरकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।

सूचना मिलते ही घटना-स्थल पर पहुंची पुलिस ने मंत्री के बेटे द्वारा इस्तेमाल किया गया हथियार जब्त कर लिया है। हालांकि मौके से मंत्री का बेटा फरार हो गया है। गोली से जनार्धन प्रसाद पिता लालबाबू प्रसाद हरदिया घायल हुए हैं। उनको ग्रामीणों की मदद से बेतिया जीएमसीएच में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

पटना: बिहार में शराबबंदी कानून और जहरीली शराब से होने वाली मौतों को लेकर सियासत गरमाई हुई है। विपक्षी दलों के अलावा बीजेपी के कई नेता भी इस मामले पर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साध चुके हैं। वहीं अब इस मामले पर लोजपा (राम विलास) अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि नकली शराब के सेवन से होने वाली मौतों को रोकने के लिए हमने राज्यपाल को बिहार में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने के लिए लिखा है।

बता दें कि हाल ही में बिहार के सारण जिले में संदिग्ध अवस्था में पांच लोग मृत पाए गए। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि यह मामला नकली शराब का हो सकता है। मृतकों में कुछ के परिवारों ने मौत के लिए शराब को दोषी ठहराया है। इस घटना के बाद से चिराग पासवान लगातार बिहार सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। चिराग ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जान-बूझकर पेगासस, जाति जनगणना, जनसंख्या नियंत्रण बिल और विशेष दर्जा जैसे मुद्दे उठाते हैं, जिस पर भाजपा का रुख पहले से ही स्पष्ट है। वह शायद विपक्ष में शामिल होकर पीएम पद के दावेदार बनना चाहते हैं।

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए मतदान शुरू होने में कुछ हफ्ते बचे हैं। राजनीतिक पार्टियां अपने उम्मीदवारों के नामों का एलान कर रही हैं। ऐसे में कई दिलचस्प समीकरण निकलकर आ रहे हैं। चुनावी बुखार जोरों पर है। महाराष्ट्र की पार्टी शिवसेना भी यहां उम्मीदवार उतारने की बात कर रही है। लेकिन एक चौंकाने वाली खबर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को लेकर है। दरअसल, जानकारी मिल रही है कि पड़ोसी राज्य बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू भी यूपी चुनाव में अपने उम्मीदवार उतार रही है। भाजपा नीत एनडीए के सहयोगी और बिहार में भाजपा के सहयोग से गठबंधन की सरकार चला रहे नीतीश कुमार यूपी में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए कैंपेनिंग भी कर सकते हैं।

दरअसल, भाजपा को झटका देते हुए जेडीयू ने यूपी में अपने उम्मीदवार अलग से उतारने का एलान किया है। आज मंगलवार को लखनऊ में इसकी घोषणा भी हो सकती है। जेडीयू के पास यूपी में कोई चुनावी जमीन नहीं है।

पटना: जातिगत जनगणना का मामला बिहार में एक बार फिर तूल पकड़ रहा है। मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इस मुद्दे पर बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार को विधिवत रूप से ये ऑफ़र दिया है कि वो फ़ैसला लें, तो आने वाले हर संकट से निबटने में राजद उनका साथ देगा।

बिहार राजद के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पटना में बृहस्पतिवार को ये घोषणा की और कहा कि अगर जातिगत जनगणना के मामले पर भाजपा नीतीश कुमार का साथ छोड़ेगी तो राष्ट्रीय जनता दल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन करेगा। सिंह ने भाजपा पर इस मामले को ठंडे बसते में डालने का भी आरोप लगाया।

जगदानंद सिंह के इस ऑफ़र के बाद बिहार में सत्ता के गलियारे में क़यासों का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को जब जनता दरबार में इस सम्बंध में नीतीश कुमार से पूछा गया था तो उन्होंने एक तरह से माना था कि भाजपा के कारण सर्वदलीय बैठक बुलाने में विलंब हो रहा है।

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