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इंफाल: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार को लोगों को चेतावानी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने राज्य में हिंसा बंद नहीं की तो, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने रविवार रात पश्चिम इंफाल जिले में अज्ञात व्यक्तियों की ओर से अकारण की गई गोलीबारी में एक सैनिक के घायल होने पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही। सिंह ने यहां पत्रकारों से कहा, इसे (हिंसा को) बंद कीजिए। वरना, परिणाम भुगतने होंगे। मैं जनता... हथियार थामे मैतेई लोगों...से अपील करता हूं कि वे किसी पर हमला न करें और शांति बनाए रखें, ताकि हम राज्य में सामान्य स्थिति बहाल कर सकें।

बेघर हिंसा पीड़ितों के लिए प्री-फैब्रिकेटेड घर बनाया जाएगा: सीएम बीरेन सिंह

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार को कहा कि राज्य में जारी हिंसा के दौरान अपने घरों से भागे लोगों को बसाने के लिए उनकी सरकार तीन से चार हजार प्री-फैब्रिकेटेड घरों का निर्माण करेगी। कुछ राहत शिविरों का दौरा करने के बाद सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि प्री-फैब्रिकेटेड घर दो महीने में तैयार हो जाएंगे।

इंफाल: मणिपुर में हिंसा की घटनाएं लगातार जारी हैं। शुक्रवार रात को यहां विद्रोहियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई झड़प में दो लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि झड़प के दौरान भीड़ ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं के घरों को भी जलाने की कोशिश की गई।

भाजपा नेताओं के घरों को निशाना बना रहे प्रदर्शनकारी

मणिपुर के विष्णुपुर जिले के क्वाकटा और चुराचांदपुर जिले के कंगवई से पूरी रात गोलीबारी की खबर सामने आई है। अधिकारियों के अनुसार पश्चिमी इंफाल के इरिंगबाग पुलिस थाने में लूट और विधायक बिस्वजीत के घर में भी आग लगाने की कोशिश की गई।

प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सेना, असम राइफल्स और मणिपुर रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) ने इंफाल में आधी रात तक संयुक्त मार्च निकाला। उन्होंने बताया कि लगभग एक हजार की भीड़ ने महल परिसर के पास स्थित इमारतों में आग लगाने की कोशिश की थी। भीड़ को शांत करने के लिए आरएएफ ने आंसू गैस के गोले दागे और रबड़ की गोलियां भी चलाई। आधीरात को प्रदर्शनकारियों ने शिंजेमई में भाजपा दफ्तर का घेराव किया।

इंफाल: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में एक बार फिर हिंसा देखने को मिली है। ताजा घटना इंफाल के कोंगबा की है, जहां केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह के घर में कुछ लोगों ने आग लगा दी। अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय मंत्री घटना के समय घर पर नहीं थे।

मंत्री बोले- यह अमानवीय, शांति बनाए रखें लोग

राजकुमार रंजन सिंह का घटना पर बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा, मेरे गृह राज्य में जो हो रहा है उसे देखकर बहुत दुख होता है। मैं अब भी शांति की अपील करता रहूंगा। इस तरह की हिंसा में लिप्त लोग बिल्कुल अमानवीय हैं। मैं इस समय आधिकारिक काम के लिए केरल में हूं। शुक्र है कि कल रात मेरे इंफाल स्थित घर में कोई घायल नहीं हुआ। बदमाश पेट्रोल बम लेकर आए थे और मेरे घर के निचले और पहली मंजिल को नुकसान पहुंचाया है।

इंफाल में कर्फ्यू के बावजूद भीड़ मंत्री के घर तक पहुंच गई थी। मंत्री के आवास पर तैनात सुरक्षाकर्मियों की संख्या भीड़ से अधिक थी, लेकिन वो भी हिंसा रोकने में नाकामयाब रहे।

इंफाल: मणिपुर की राजधानी इंफाल में आज राज्य सरकार द्वारा कर्फ्यू लगाने के बावजूद प्रदर्शनकारी सुरक्षा बलों से भिड़ गए। पुलिस ने कहा कि कुछ लोग घायल हुए हैं और कुछ घरों में भी आग लगा दी गई है। इंफाल के न्यू चेकॉन इलाके में हिंसा भड़क गई। पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े।

घटनास्थल की तस्वीरों में दिख रहा है कि दमकलकर्मी जलते हुए घर को बुझाने की कोशिश कर रहे हैं। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवान एक संकरी गली में प्रदर्शनकारियों के एक बड़े गुट पर आंसू गैस के गोले दागते हुए नजर आ रहे हैं।

मणिपुर के कुकी बहुल गांव खमेनलोक में एक महिला सहित मेइती समुदाय के नौ लोगों के मारे जाने के एक दिन बाद आज उग्र विरोध प्रदर्शन हुआ। कल इंफाल में मणिपुर की एक मात्र महिला मंत्री नेमचा किपगेन के सरकारी आवास में आग लगा दी गई थी। राज्य की उद्योग मंत्री किपगेन उस समय घर पर नहीं थीं, जब यह हमला हुआ।

मणिपुर में हुई ताजा हिंसा राज्य में शांति के प्रयासों को एक बड़ा झटका लगा है। एक महीने से ज्यादा समय से हिंसाग्रस्त मणिपुर में लगातार शांति की कोशिशें की जा रही हैं।

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