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इंफाल: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में एक बार फिर हिंसा देखने को मिली है। ताजा घटना इंफाल के कोंगबा की है, जहां केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह के घर में कुछ लोगों ने आग लगा दी। अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय मंत्री घटना के समय घर पर नहीं थे।

मंत्री बोले- यह अमानवीय, शांति बनाए रखें लोग

राजकुमार रंजन सिंह का घटना पर बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा, मेरे गृह राज्य में जो हो रहा है उसे देखकर बहुत दुख होता है। मैं अब भी शांति की अपील करता रहूंगा। इस तरह की हिंसा में लिप्त लोग बिल्कुल अमानवीय हैं। मैं इस समय आधिकारिक काम के लिए केरल में हूं। शुक्र है कि कल रात मेरे इंफाल स्थित घर में कोई घायल नहीं हुआ। बदमाश पेट्रोल बम लेकर आए थे और मेरे घर के निचले और पहली मंजिल को नुकसान पहुंचाया है।

इंफाल में कर्फ्यू के बावजूद भीड़ मंत्री के घर तक पहुंच गई थी। मंत्री के आवास पर तैनात सुरक्षाकर्मियों की संख्या भीड़ से अधिक थी, लेकिन वो भी हिंसा रोकने में नाकामयाब रहे।

इंफाल: मणिपुर की राजधानी इंफाल में आज राज्य सरकार द्वारा कर्फ्यू लगाने के बावजूद प्रदर्शनकारी सुरक्षा बलों से भिड़ गए। पुलिस ने कहा कि कुछ लोग घायल हुए हैं और कुछ घरों में भी आग लगा दी गई है। इंफाल के न्यू चेकॉन इलाके में हिंसा भड़क गई। पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े।

घटनास्थल की तस्वीरों में दिख रहा है कि दमकलकर्मी जलते हुए घर को बुझाने की कोशिश कर रहे हैं। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवान एक संकरी गली में प्रदर्शनकारियों के एक बड़े गुट पर आंसू गैस के गोले दागते हुए नजर आ रहे हैं।

मणिपुर के कुकी बहुल गांव खमेनलोक में एक महिला सहित मेइती समुदाय के नौ लोगों के मारे जाने के एक दिन बाद आज उग्र विरोध प्रदर्शन हुआ। कल इंफाल में मणिपुर की एक मात्र महिला मंत्री नेमचा किपगेन के सरकारी आवास में आग लगा दी गई थी। राज्य की उद्योग मंत्री किपगेन उस समय घर पर नहीं थीं, जब यह हमला हुआ।

मणिपुर में हुई ताजा हिंसा राज्य में शांति के प्रयासों को एक बड़ा झटका लगा है। एक महीने से ज्यादा समय से हिंसाग्रस्त मणिपुर में लगातार शांति की कोशिशें की जा रही हैं।

इंफाल: हिंसा प्रभावित मणिपुर में एक बार फिर शांति की कोशिशों को बड़ा झटका लगा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, मणिपुर के इंफाल ईस्ट जिले के खमेनलोक इलाके में हुई ताजा हिंसा में नौ लोगों की मौत हो गई है। वहीं, इस हिंसा में कई लोगों के घायल होने की जानकारी भी सामने आई है।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, उग्रवादियों की ओर से मंगलवार (13 जून) को अचानक की गई गोलीबारी में 9 लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि इस दौरान शरारती तत्वों ने खमेनलोक गांव के कई घरों में भी आग लगा दी। तामेंगलोंग जिले के गोबाजंग में भी कई लोगों के घायल होने की खबर है।

मरने वाले 9 लोगों में एक महिला भी शामिल

इंफाल ईस्ट के पुलिस आयुक्त शिवकांत सिंह ने बताया कि खमेनलोक इलाके में भड़की ताजा हिंसा में 9 लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हुए हैं। पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है। वहीं, एक न्यूज़ चैनल के मुताबिक, मरने वाले नौ लोगों में एक महिला भी शामिल है।

इंफाल: मणिपुर में केंद्र सरकार के शांति प्रयासों को झटका लगा है। दरअसल केंद्र सरकार ने राज्य में शांति लाने के लिए राज्यपाल की अध्यक्षता में 51 सदस्यीय शांति समिति का गठन किया था। इस समिति में सीएम एन बीरेन सिंह और विभिन्न जनजातियों के प्रतिनिधियों समेत बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों को शामिल किया गया है। अब मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से खबर आ रही है कुकी जनजाति के अधिकतर प्रतिनिधियों ने इस शांति समिति में शामिल होने से इंकार कर दिया है।

मुख्यमंत्री से हैं नाराज अधिकतर कुकी नेता

कुकी जनजाति के प्रतिनिधियों का कहना है कि इस पैनल में सीएम एन बीरेन सिंह और उनके समर्थकों को भी शामिल किया गया है, इसलिए वह इस शांति समिति का बायकॉट करेंगे। कुकी प्रतिनिधियों का ये भी कहना है कि उन्हें शांति समिति में शामिल करने से पहले उनसे इस बारे में नहीं पूछा गया था। साथ ही केंद्र सरकार को वार्ता के लिए सहायक परिस्थितियां बनानी चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार द्वारा गठित शांति समिति में सक्रिय नागरिक समूह कोकोमी को भी शामिल किया गया है।

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