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भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार को कहा कि उन्हें इस बात का भरोसा कभी नहीं था कि उनके दल के 22 विधायक टूटकर चले जाएंगे। कमलनाथ ने भोपाल में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पत्रकारों से चर्चा के दौरान सवालों के जवाब में यह बात कही। कमलनाथ ने कहा कि उनके साथ ही वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को भी इस बात का भरोसा नहीं था कि 22 पार्टी विधायक इस तरह प्रलोभन के चलते हमारा साथ छोड देंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास पूरी सूची है कि इन 22 तत्कालीन विधायकों के क्या क्या काम सरकार में किए गए लेकिन अब वे इन बातों में जाना नहीं चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में राज्य में कुल 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। मतदाता जागरुक हैं और वे समझ गए हैं कि उनके साथ धोखा हुआ है। इसलिए कांग्रेस को उम्मीद है कि इनमें से अधिकांश सीटों पर वे चुनाव जीतेंगे और फिर यह सरकार कैसे सत्ता में रहेगी। पूर्ववर्ती सरकार के दौरान कांग्रेस विधायकों की कथित नाराजगी संबंधी सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने कभी भी सरकार को आउटसोर्स नहीं किया।

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के नासिक में फंसे मध्य प्रदेश के मजदूरों को लेकर ट्रेन शनिवार सुबह भोपाल के मिसरोद स्टेशन पहुंची। स्टेशन पर ही मजदूरों की स्क्रीनिंग की गई और भोजन आदि का इंतजाम किए जाने के बाद मजदूरों को बसों से उनके घरों को रवाना किया गया। मिसरोद क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी, पुलिस (एसडीओपी) अनिल त्रिपाठी ने बताया कि नासिक से आई ट्रेन में 347 मजदूर थे। इन मजदूरों की पहले स्टेशन पर ही स्क्रीनिंग की गई। उसके बाद उन्हें भोजन आदि दिया गया और फिर बसों से सभी को गांव की ओर रवाना किया गया।

भोपाल रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी आई ए सिद्दीकी ने बताया कि इस ट्रेन से 347 मजदूर आए हैं। ये मजदूर राज्य के 25 जिलों से है, जिन्हें बसों से रवाना किया गया है। मिसरोद रेलवे स्टेशन भोपाल के मुख्य स्टेशन से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित है। ट्रेन को भोपाल और हबीबगंज से स्टेशन से पहले के स्टेशन मिसरोद में रोका गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने शुक्रवार की रात को ट्वीट कर नासिक में फंसे मजदूरों के टेन से आने की जानकारी दी थी।

इंदौर: मध्य प्रदेश में अब तक कोरोना के 2165 मामले सामने आए हैं और 110 लोगों की मौत हो गई है। इंदौर में 1207 मामले और 60 मौतें दर्ज की गई हैं जबकि भोपाल में 428 मामले और 12 मौतें हुई हैं। इस बात की जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने दी। 

कोरोना मरीजों पर परखी जाएगी प्लाज्मा थेरेपी

देश में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर का एक और अस्पताल इस महामारी के गंभीर मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी के परीक्षण की तैयारी कर रहा है। यह परीक्षण भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की निगरानी में किया जाना है।

शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवाईएच) के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. अशोक यादव ने सोमवार को बताया, 'सब कुछ योजना के मुताबिक रहा, तो हम इसी हफ्ते शासकीय मनोरमा राजे टीबी (एमआरटीबी) चिकित्सालय के मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी का क्लीनिकल ट्रायल (परीक्षण) शुरू कर देंगे। फिलहाल इस अस्पताल में कोविड-19 के ही मरीजों का इलाज चल रहा है।'

भोपाल: शिवराज सिंह चौहान ने 29 दिन बाद मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया है। सिंधिया समर्थक दो और भाजपा के तीन विधायकों को राज्यपाल लालजी टंडन ने राजभवन में मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। भाजपा से नरोत्तम मिश्रा, मीना सिंह और कमल पटेल ने जबकि सिंधिया गुट से तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत ने शपथ ली। फिलहाल मंत्रिमंडल का स्वरूप छोटा रखा गया है। हालांकि लॉकडाउन हटने के बाद अगले महीने मंत्रिमंडल का विस्तार किए जाने की आशंका है।

राज्यपाल ने सबसे पहले डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। वे शिवराज सिंह सरकार में पहले भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। वह 1990 में पहली बार विधानसभा सदस्य चुने गए थे। इसके बाद वे दतिया से 1998, 2003, 2008 और 2013, 2019 में विधायक चुने गए। उन्होंने ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय से एमए और पीएचडी की डिग्री प्राप्त की हैं। दूसरे नंबर पर तुलसी सिलावट को राज्यपाल ने मंत्री पद की शपथ दिलाई। वे कमलनाथ सरकार में मंत्री रह चुके हैं और उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया का करीबी माना जाता है।

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