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नई दिल्ली: आप अपने घरों में ताला बंद करके क्या रखते हैं? सोना-चांदी, नकदी और ऐसे ही मूल्यवान चीजों को ना? लेकिन देश में कुछ स्थान ऐसे भी हैं जहां सोना-चांदी या नकदी की तरह लोग पानी को भी ताला बंद करके रखते हैं। डर है कोई चुरा ना ले। मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले का भी यही हाल है। कोरोना वायरस संकट के दौरान जब विशेषज्ञ बार-बार हाथ धोने की सलाह दे रहे हैं, कई इलाकों में लोगों के पास गला तर करने के लिए भी पर्याप्त पानी नहीं है, हाथ बार-बार कैसे धोएंगे।

मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में इन दिनों लोग पानी की भारी किल्लत का सामना कर रहे हैं। गर्मी बढ़ने के साथ ही यहां पानी पाताल लोक में पहुंच गया है। हैंडपंप सूख चुके हैं। झाबुआ जिले के झोनसार गांव के लोग तीन किलोमीटर दूर से पानी लाते हैं। दिन की शुरुआत होते ही लोग पानी के लिए भटकने लगते हैं। कोई बैलगाड़ी से तो कोई सिर पर मटका, बाल्टी, बर्तन रखकर 3 किलोमीटर दूर से पानी लाता है। गांव के निवासियों ने बताया कि पूरे पंचायत का यही हाल है। ड्रम में ताला मारने की वजह पूछने पर उन्होंने बताया कि ऐसा पानी को चोरी होने से बचाने के लिए करते हैं।

छिंदवाड़ा: मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनाने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 22 विधायकों ने इस्तीफा दिया। दो विधानसभा सीट पहले से ही खाली थे। यानी कुल 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य की सत्ता गवाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज यानी बुधवार को कहा कि वर्तमान सरकार तो एक 'इंटरवल' के समान है, 'पिक्चर' तो अभी बाकी है। कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में मीडिया के सवालों के जवाब में यह टिप्पणी की।

अपने गृह नगर में पूर्व मुख्यमंत्री ने अन्य सवालों के जवाब में दावा करते हुए कहा कि राज्य में आगामी समय में होने वाले 24 विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस कम से कम 22 सीटों पर विजय हासिल करेगी। एक अन्य सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा जिले के विकास कार्यों के लिए जो निविदाएं हुई हैं, उनकी सरकार जांच करा ले, हमें कोई एतराज नहीं है। राज्य में कोरोना को लेकर मौजूदा हालातों के बारे में उन्होंने कहा कि हमने सरकार में रहते हुए इससे लड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाए थे। उस समय भाजपा नेता ही इसे हल्के में ले रहे थे।

भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी के भाजपा कार्यालय में कांग्रेस के 200 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस आयोजन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न किए जाने का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सवाल किया है कि क्या सारे नियम कायदे गरीबों के लिए हैं? भाजपा के प्रदेश कार्यालय में आयोजित समारोह में सांची विधानसभा और रायसेन नगर ग्रामीण के सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी शनिवार को भाजपा में शामिल हुए। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने उनका स्वागत कर पार्टी की विधिवत सदस्यता दिलाई। इस मौके पर पूर्व मंत्री प्रभुराम चौधरी एवं रामपाल सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।

पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भाजपा कार्यालय में आयोजित सदस्यता अभियान में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न किए जाने का जिक्र करते हुए कहा, “शिवराज जी, कल कोरोना की समीक्षा के दौरान नियमों के पालन पर आप प्रदेशवासियों को सख्त चेतावनी दे रहे थे, आज क्या हुआ?” उन्होंने आगे कहा प्रदेश में आमजन के लिए इस लॉकडाउन में शादी समारोह हो या गमी हो, संख्या तय है। सभी आमजन नियमों का पालन भी कर रहे हैं, नियमों के उल्लंघन पर उन पर तुरंत कार्रवाई भी हो रही है।

भोपाल: मध्यप्रदेश में लगभग डेढ़ साल तक सत्ता चलाने में मदद करती रही बहुजन समाज पार्टी भी अब कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी करने लगी है। बसपा ने अगले कुछ दिनों में होने वाले 24 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में अपने उम्मीदवार खड़े करने का एलान कर दिया है। राज्य में पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत और फिर उनके 22 समर्थक विधायकों द्वारा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के कारण कांग्रेस को सत्ता से बेदखल होना पड़ा। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए 22 विधायकों के इस्तीफे और दो विधायकों के निधन के कारण 24 खाली सीटों के लिए उपचुनाव होना है।

यह विधानसभा उपचुनाव राज्य की सियासत के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि राज्य की सत्ता पर काबिज पार्टी के पास बहुमत के लिए 116 विधायकों का होना जरूरी है और इस समय भाजपा के पास 107 ही विधायक हैं। इसलिए इस उपचुनाव में भाजपा के लिए कम से कम 9 सीटें जीतनी जरूरी है।

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