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भोपाल: पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि ‘भारत माता की जय’ का मतलब ‘जनता की जय’ है तो मैं भी इसके साथ अपनी आवाज जोड़ने को तैयार हूं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण शिविर को सम्बोधित करने यहां आये अय्यर ने आज (मंगलवार) संवाददाताओं से कहा, ‘मुझको इंतजार नहीं करना पड़ा कि कोई खाकी निकर पहन कर मुझे यह बताये। हम तो बरसों से भारत माता की जय कहते आ रहे हैं, इसके साथ-साथ हम जय हिन्द और जय भारत भी कहते आये हैं।’ उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू को याद करते हुए कहा कि नेहरू ने ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ के तीसरे अध्याय में लिखा है कि वह गांव-गांव घूमते थे तो लोग उनका स्वागत भारत माता की जय के नारे से करते थे। नेहरू ने लोगों से पूछा यह जय है क्या ? क्या यह पेड़ है..पहाड़ है या माटी है और अंत में उन्होंने लोगों को बताया कि ‘भारत माता की जय’ अर्थात ‘जनता की जय’ है। अय्यर ने भाजपा और आरएसएस का नाम लिये बिना कहा, ‘यदि भारत माता की जय’ से आपका मतलब ‘जनता की जय’ है तो मैं भी इसके साथ अपनी आवाज जोड़ने को तैयार हूं।’

जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर में आय से अधिक की संपत्ति की शिकायत पर पुलिस के विशेष संगठन लोकायुक्त की दबिश में एक लिपिक (क्लर्क) के पास से लाखों की संपत्ति मिली है। लोकायुक्त निरीक्षक (इंस्पेक्टर) मनोज गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में पाटन तहसील में पदस्थ लिपिक सहायक राकेष दुबे के जगदम्बा कॉलोनी स्थित आवास पर सोमवार सुबह दबिश दी गई। उसके आवास से होंडा सिटी, आई टेन व मारुति ऑल्टो सहित तीन कारों के अलावा एक मोटर साइकिल भी मिली है। वहीं दो मकानों के दस्तावेज भी मिले हैं। उनके अनुसार, लिपिक का मासिक वेतन 22 हजार रुपये है। ऐसे में इतनी संपत्ति कहां से आई, इसकी जांच की जा रही है। आवास से मिले दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है। उसकी कुल संपत्ति कितने की है, इसका खुलासा दस्तावेजों की जांच-पड़ताल के बाद ही हो सकेगा। बताया गया है कि वह पाटन से पहले जिला न्यायालय (जबलपुर) में पदस्थ रहा है।

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने मध्य प्रदेश में व्यापमं घोटाले में धन शोधन जांच के सिलसिले में दो आरोपियों की 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। श्री अरविन्दो चिकित्सा विज्ञान संस्थान (एसएआईएमएस) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विनोद भंडारी तथा घोटाले के मुख्य षड्यंत्रकर्ता डॉ. जगदीश सिंह सागर की संपत्तियों की अस्थायी कुर्की का आदेश धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत जारी किया गया है। एजेंसी ने आज कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने भंडारी एवं सागर के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है। उन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने व्यापमं द्वारा आयोजित मेडिकल पूर्व परीक्षा (पीएमटी 2012) एवं पूर्व परास्नातक परीक्षा 2012 के लिए अपने सहायकों के माध्यम से विभिन्न छात्रों से चयन के वास्ते भारी राशि संदिग्ध तरीकों से एकत्र की। एजेंसी ने कहा कि उसकी जांच में पाया गया कि भंडारी के बैंक खातों में बडी धन राशि जमा करवाई गई। उसने कहा, 'वह जांच के दौरान इन जमा के बारे में स्पष्टीकरण नहीं दे पाए।

भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार में विधायकों के वेतन और भत्ते में वृद्धि के प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी मिल गई है। गुरुवार को इससे संबंधित विधेयक विधानसभा में पेश किया जाएगा। प्रदेश में विधायकों के वेतन-भत्तों में छह साल बाद बढ़ोतरी हो रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में विधानसभा परिसर में बुधवार को हुई मंत्रीपरिषद की बैठक में विधायकों के वेतन और भत्ते बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। प्रस्ताव के मुताबिक बिल पास होने के बाद विधायक का कुल वेतन और भत्ता 71,000 से बढ़ाकर 1.10 लाख रुपये हो जाएगा। जबकि मुख्यमंत्री का वेतन एवं भत्ता 1.43 लाख रुपये से बढ़कर दो लोख रुपये हो जाएगा। वहीं विधानसभा अध्यक्ष का वेतन-भत्ता 1.20 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.85 लाख रुपये करने का प्रावधान है। प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने बताया कि विधायकों का वेतन-भत्ता वृद्धि बिल को गुरुवार को विधानसभा में पेश किया जाएगा।

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