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भोपाल: मध्‍य प्रदेश के इंदौर स्थित पटेल नगर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में गुरुवार को रामनवमी के अवसर पर आयोजित हवन के दौरान पुरातन बावड़ी की छत धंसने से 36 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में जान गंवाने वाले 9 लोगों के परिजनों ने उनके नेत्र और त्‍वचा को दान कर दिया है। इनमें से सभी नौ लोगों का नेत्र दान किया गया तो चार लोगों के परिजनों ने नेत्रदान के साथ ही त्‍वचादान का भी निर्णय लेकर मिसाल कायम की है।

इस हादसे में जान गंवाने वाले मधु भस्‍मानी, भारती कुकरेजा, कनक पटेल, लक्ष्‍मी बेन पटेल और दक्षा बेन पटेल के परिजनों ने उनका नेत्रदान किया तो भूमिका खानचंदानी, जयंतीबाई, नितिन गंगवाल और इंद्र कुमार हरवानी के परिजनों ने नेत्रदान के साथ ही उनका त्‍वचा दान भी किया।

बता दें कि बेलेश्‍वर महादेव मंदिर की करीब 60 फीट गहरी बावड़ी से 36 शव निकाले गए हैं। गुरुवार के दिन करीब साढे 11 बजे यह हादसा हुआ।

इस हादसे को लेकर श्री बेलेश्‍वर महादेव झूलेलाल मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और पूर्व पार्षद सेवाराम गलानी और सचिव श्रीकांत पटेल और कुमार सबनानी के खिलाफ धारा 304 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है। साथ ही मामले में न्यायिक जांच के आदेश हो गए हैं।

गौरतलब है कि इंदौर के एक बगीचे में बने बेलेश्‍वर महादेव मंदिर में अवैध रूप से कुएं की बावड़ी को सीमेंट के स्लैब से ढक दिया गया था और उसी पर हवन कुंड बना दिया गया। हादसे का शिकार हुए लोग हवन कर रहे थे, तभी अचानक कुएं में यह स्लैब गिर गया।

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