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बुरहानपुर: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में घाघरला के जंगलों से अतिक्रमण हटाने गई वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया गया। जिसमें 13 कर्मी और ग्रामीण घायल हो गए। इस दौरान आदिवासियों ने इनपर तीरों से भी हमला किया। जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह टीम जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर नेपानगर के घाघरला जंगलों में अतिक्रमणकारियों को हटाने पहुंची थी। दरअसल अन्य क्षेत्रों के आदिवासियों द्वारा वन भूमि पर रहने और पेड़ों की अवैध कटाई में लिप्त होने की बार-बार रिपोर्ट वन विभाग को मिल रही थी। जिसके बाद टीम जंगलों में अतिक्रमण हटाने पहुंची थी।

जंगलों के अंदर लगभग 150-200 लोग धनुष-तीर, पत्थरों से लैस थे। जिन्होंने वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार हमलावरों ने अवैध आग्नेयास्त्रों और देसी बमों से भी फायरिंग की। हमले में घायलों हुए लोगों को तुरंत बुरहानपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वन विभाग की टीम के एक कर्मी और एक ग्रामीण की पीठ और कंधे पर तीर भी लगे थे। सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

बुरहानपुर के डिप्टी कलेक्टर दीपक सिंह चौहान ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। बुरहानपुर के नेपानगर वन परिक्षेत्र के घाघरला के जंगल में वन विभाग पुलिस का अतिक्रमणकारियों को खदेडने का ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू हुआ था। जिसमें करीब 500 वनकर्मी पुलिस कर्मी शामिल थे। लेकिन वन अतिक्रमणकारियों ने अमले पर जवाबी कार्यवाही करते हुए तीर गोफन व पत्थर से हमला कर दिया। जिससे लगगभ एक दर्जन लोग घायल हो गए। एक वनकर्मी व एक ग्रामीण को तीर लगने पर जिला अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों की देखरेख में तीर निकाल लिया गया है। सभी घायल खतरे से बाहर है। अब जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन आगे की कार्यवाही की योजना बना रहा है।

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