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कोल्हापुर: कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियों पर काम शुरू कर दिया है। इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को दावा किया कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सत्ता बरकरार नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि हम विपक्षी दलों को एकजुट करने और एक संयुक्त मोर्चा तैयार करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं, लेकिन सभी राज्यों में अलग-अलग स्थानीय मुद्दे हैं।

अब धार्मिक मुद्दों पर वोट नहीं करेंगे लोग

पवार ने एक जनमत सर्वे का हवाला देते हुए बताया कि भाजपा के खिलाफ जनता ने अपना मन बना लिया है। ऐसे में अगले चुनाव में उन्हें (भाजपा) बड़ा झटका लग सकता है। लोग अब धार्मिक मुद्दों पर मतदान नहीं करेंगे। जनता को धर्म के आधार पर बांटा जा रहा है, जो अब नहीं चलेगा।

इसी बीच पवार ने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि इस यात्रा ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया है और इसे मिल रही प्रतिक्रियाओं से देखा जा सकता है।

मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के साथ गठबंधन की घोषणा की है। बताया जा रहा है कि आने वाले बीएमसी चुनावों के मद्देनजर ये घोषणा की गई है। पिछले साल शिवसेना के विभाजन के बाद ये पहला बड़ा चुनाव है। प्रकाश अंबेडकर ने इस मौके पर कहा कि कांग्रेस अभी गठबंधन में शामिल नहीं हुई है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि शरद पवार की राकांपा साथ आएगी।

शिवसेना के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला गुट और प्रकाश आंबेडकर का वंचित बहुजन अघाड़ी के गठबंधन की चर्चा काफी दिनों से चल रही थी। दरअसल, प्रकाश अंबेडकर ने महाराष्ट्र एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट और भारतीय जनता पार्टी के साथ हाथ मिलाने से इंकार कर दिया था। इसके बाद से ही ये संभावना जताई जा रही थी कि प्रकाश अंबेडकर, उद्धव ठाकरे के साथ जाएंगे।

गठबंधन की घोषणा करते हुए, उद्धव ठाकरे ने कहा, "आज 23 जनवरी को बालासाहेब ठाकरे की जयंती है। मैं संतुष्ट और खुश हूं कि महाराष्ट्र के कई लोग चाहते थे कि हम एक साथ आएं।

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने इस पत्र में पीएम से अनुरोध किया है कि वो उन्हें सभी राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त कर दें। राज्यपाल कोश्यारी का यह फैसला राजनीति के जानकारों के लिए हैरान करने वाला है। बता दें कि कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के विपक्षी दलों ने कोश्यारी पर कथित तौर पर पक्षपात करने का आरोप लगाया था।

राजभवन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्यपाल कोश्यारी ने अपना शेष जीवन पढ़ने, लिखने और अन्य कामों में इत्मीनान से बीताने की इच्छा जताई है।

कोश्यारी ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा कि महाराष्ट्र जैसे महान राज्य- संतों, समाज सुधारकों और बहादुर सेनानियों की भूमि के राज्य सेवक या राज्यपाल के रूप में सेवा करना मेरे लिए सम्मान और सौभाग्य की बात थी।

बता दें कि कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा था कि राज्यपाल बनने के बाद वह नाखुश हैं और उन्हें लगता है कि वह सही जगह पर नहीं हैं। कोश्यारी ने कहा था कि मैं दुखी हूं, खुश नहीं हूं। उन्हें खुशी और सही जगह तभी महसूस होती है जब राजभवन में संन्यासी आते हैं।

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को 100 करोड़ के कथित वसूली मामले में हाईकोर्ट से मिली जमानत के खिलाफ सीबीआई की अपील पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टल गई। अब 23 जनवरी को इस पर सुनवाई होगी। सॉलिसिटर जनरल के मौजूद नहीं रहने की वजह से सुनवाई टली है। चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पी एस नरसिम्हा की बेंच सीबीआई की याचिका पर सुनवाई कर रही है।

सर्वोच्च न्यायालय में बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा दी गई जमानत को रद्द करने की मांग की गई है। देशमुख जेल से पहले ही रिहा हो चुके हैं। सीबीआई 17 दिसंबर 2022 को महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को बॉम्बे हाईकोर्ट से मिली जमानत को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी।

इस मामले में 12 दिसंबर को बॉम्बे हाईकोर्ट ने अनिल देशमुख को एक लाख के निजी मुचलके पर जमानत दे दी थी। साथ ही हाईकोर्ट ने सीबीआई को जमानत के आदेश के खिलाफ अपील करने के लिए 10 दिन का समय दिया था।

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