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हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

मुंबई: महाराष्ट्र की 12वीं कक्षा की एक पाठ्यपुस्तक में दहेज की समस्या का एक अजबोगरीब कारण बताया गया है। पाठ्यपुस्तक के अनुसार, किसी लड़की की बदसूरती और शारीरिक अशक्तता भी इसकी एक वजह है। राज्य माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की समाजशास्त्र की किताब में 'भारत में बड़ी सामाजिक समस्याएं' शीर्षक वाले अध्याय में यह टिप्पणी की गई है। इस अध्याय में धर्म, जाति प्रथा, सामाजिक प्रतिष्ठा और मुआवजा के सिद्धांत जैसे कारणों के साथ बदसूरती को भी वर पक्ष की ओर से दहेज की मांग की एक वजह बताई गई है। पुस्तक में कहा गया है, अगर कोई लड़की बदसूरत और अशक्त है तो उसका विवाह होना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसी लड़की से शादी करने के लिए वर और उसका परिवार अधिक दहेज की मांग करता है। ऐसी लड़कियों के माता-पिता असहाय हो जाते हैं और वर पक्ष की मांग के मुताबिक दहेज देते हैं। यह दहेज प्रथा के चलन को बढ़ाता है। लैंगिक अधिकार संगठनों द्वारा इस बारे में पूछे जाने पर महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने गुरुवार को कहा कि मामले पर गौर किया जाएगा।

मुंबई: शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि केंद्र के नोटबंदी के फैसले से आम आदमी की जेब कट गयी वहीं बड़े चूककर्ताओं पर कोई असर नहीं हुआ, ऐसे में हर साल बजट की क्या जरूरत जब पिछले वादे पूरे नहीं हुए। उद्धव ने कहा, ‘नोटबंदी की वजह से जनता को जो परेशानी हुई, उसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती। सरकार कह सकती है कि जमा धन कई गुना बढ़ गया लेकिन सच यह है कि बड़े चूककर्ताओं को अलग रखा गया और आम आदमी की जेब काटी गयी।’ उन्होंने कहा, ‘उन्होंने पिछले बजट में यह घोषणा क्यों नही की थी कि वे नोट बंद करेंगे।’ उद्धव ने कहा, ‘जब पिछले साल की घोषणाएं अधूरी हैं तो इस बजट का क्या मतलब है? जब आप अपने किये वादे पूरे नहीं करते तो हर साल बजट पेश करने की क्या जरूरत है।’ शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने भी बजट पर सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार ने बजट में वेतनभोगी वर्ग को राहत दी है लेकिन वह किसानों, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों को पूरी तरह भूल गयी। उन्होंने सस्ते आवासों को बुनियादी संरचना का दर्जा दिये जाने के फैसले पर भी नाखुशी जताई। सावंत ने कहा, ‘बजट में वेतनभोगियों को राहत दी गयी है, वहीं पूरी तरह किसानों, युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं को भुला दिया गया है और उनके लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं है।’

मुंबई: महाराष्ट्र के लातूर जिले की एक फैक्टरी में टैंक साफ करते समय जहरीली गैस की चपेट में आने से नौ कामगारों की मौत हो गई। अधिकारियों ने आज देर शाम बताया कि कीर्ति ऑयल मिल में टैंक की सफाई करते हुए कुछ कामगार बेहोश हो गए। इसके बाद कुछ अन्य कामगार उनके बारे में पता करने के लिए टैंक के भीतर गए, लेकिन वे बाहर नहीं निकले। इन लोगों की जहरीली गैस से मौत हो गई। मामले में जांच शुरू कर दी गई है।

 

पुणे: पुणे के हिंदजवाडी स्थित इंफोसिस कार्यालय में कार्यरत एक महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी गई। राजीव गांधी इंफोटेक पार्क में स्थित इंफोसिस कार्यालय में 25 साल की के. रासिला राजू की हत्या कंप्यूटर के तार से कथित तौर पर गला घोंटकर की गई। यह घटना इंफोसिस बिल्डिंग की नौवीं मंजिल पर हुई। सहायक पुलिस आयुक्त वैशाली जाधव ने बताया, ‘यह घटना शाम में पांच बजे के आसपास घटित हुई होगी, लेकिन हमें देर शाम करीब आठ बजे जानकारी मिली। रासिला इस कंपनी के साथ सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम कर रही थी।’ उन्होंने कहा कि रविवार को रासिला काम कर रही थी जबकि बेंगलुरू में उसके दो सहकर्मी ऑनलाइन थे। अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।

 

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