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हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

मुंबई: भारत की एक और महिला अंतरिक्ष की यात्रा कर इतिहास रचने जा रही है। कनाडा की अल्बर्टा यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में जनरल फिजीशियन शावना पांड्या स्पेस के लिए उड़ान भरेंगी। सिटीजन साइंस एस्ट्रोनॉट प्रोग्राम के तहत स्पेस में जाने के लिए 3200 लोगों में से दो लोगों का चयन हुआ है। वह 2018 में अतंरिक्ष में जाने वाले मिशन का हिस्सा होंगी। कनाडा में रहने वाली भारतीय मूल की एक न्यूरोसर्जन को नासा ने नागरिक विमान अंतरिक्षयात्री (सीएसए) कार्यक्रम के तहत अपने 2018 के अंतरिक्ष मिशन के लिए शार्टलिस्ट किया है। सबकुछ ठीक रहने पर डॉक्टर शावना पंड्या कल्पना चावला और सुनीत विलियम्स की सूची में शामिल हो सकती हैं। कनाडा में जन्मीं डॉक्टर पंड्या अलबर्ट यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में जनरल फिजिशियन हैं। 32 वर्षीय शावना मूल रूप से मुंबई की रहने वाली हैं। वह मुंबई की हैं, जहां महालक्ष्मी इलाके में उनकी दादी रहती हैं। सीएसए कार्यक्रम में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने के बाद पंड्या को सूची में स्थान मिला है। वह अभी मुंबई में हैं और मेडिकल पेशेवरों के साथ बात कर रही हैं। वह 2018 में अतंरिक्ष में जाने वाले मिशन का हिस्सा होंगी। इस मिशन में कुल आठ लोग अतंरिक्ष में जाएंगे।

मुंबई: यह घोषणा करने के एक दिन बाद कि महाराष्ट्र सरकार ‘नोटिस काल’ में रखी गयी है, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि अब समय आ गया है कि राष्ट्रीय दलों से टक्कर लेने के लिए क्षेत्रीय दलों के महागठबंधन पर विचार किया जाए। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और (दिवंगत) जयललिता जैसे भाजपा के कई मित्र रहे हैं जिन्होंने अतीत में राजग से अलग होकर अपने बलबूते चुनाव लड़ा और विजयी रहे। लेकिन हम (शिवसेना) मासूम हैं। अच्छे दिन की आस और हिंदुत्व के भले के लिए हम गठबंधन में बने रहे।’ ठाकरे ने यह कहते हुए अपने आक्रामक तेवर और हमलावर कर लिए कि उनकी पार्टी ने बार-बार जो मुद्दे उठाए हैं उन पर यदि वरिष्ठ सहयोगी (भाजपा) अपना रूख साफ करने में विफल रहती है तो वह राज्य मंत्रिमंडल से समर्थन वापस ले सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम भाजपा के दुश्मन नहीं हैं और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम उसके विरोधी के तौर पर देखे जाते हैं। यदि आने वाले दिनों में वह विभिन्न मुद्दों पर अपना रूख साफ नहीं करती तो हम सरकार से समर्थन वापस ले सकते हैं।’ गृह राज्य महाराष्ट्र के बाहर कदम बढ़ाने वाली शिवसेना के नेता ने कहा, ‘पहले राज्य के बाहर चुनाव नहीं लड़ना हमारी गलती थी, उसके फलस्वरूप अन्य राज्यों में हमारे कार्यकर्ता दूसरे दलों में शामिल हो गए।’ उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर से कन्याकुमारी तक हिंदुत्व की भावना का अभाव दिखता है।

मुंबई: निकाय चुनावों में अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला कर चुकी शिवसेना ने मंगलवार को भाजपा पर ‘ढोंगी’ होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि छोटे राज्यों की वकालत करने वाली पार्टी के उम्मीदवारों ने संयुक्त महाराष्ट्र के लिए बलिदान देने वाले हुतात्माओं को श्रद्धांजलि देकर अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत की है। अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में जबरदस्त आलोचना करते हुए शिवसेना ने कहा कि भाजपा ने संयुक्त महाराष्ट्र के लिये सर्वोच्च बलिदान करने वालों का ‘अपमान’ किया है। पिछले सप्ताह अपने चुनाव प्रचार के आगाज के दौरान शिवसेना ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए यह याद दिलाया कि भाजपा छोटे राज्यों की वकालत करती है और महाराष्ट्र को बांटने का उसका (भाजपा का) गुप्त एजेंडा है और यहां तक कि पार्टी राज्य से मुंबई को अलग करने से भी नहीं हिचकेगी। शिवसेना ने राज्य एवं केंद्र सरकारों में सहयोगी होने के बावजूद निकाय चुनावों में हमलों के लिये भाजपा पर निशाना साधा है। शिवसेना के आक्षेप के जवाब में भाजपा ने रविवार को बीएमसी (बृहन्मुंबई महानगरपालिका) चुनाव प्रचार शुरू किया और अपने सभी उम्मीदवारों को ‘हुतात्मा चौक’ पर बुलाया, जहां उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए इस सबसे धनी मुंबई नगर निकाय में सत्ता में आने पर पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने का संकल्प जताया।

मुंबई: भाजपा और शिवसेना के गठबंधन में आई दरार बढ़ती जा रही है। भले ही शिवसेना ने महाराष्ट्र सरकार से समर्थन वापस न लिया हो लेकिन अब दोनों पार्टियां ने महानगरपालिका के चुनाव अलग-अलग लड़ने का फैसला लिया है। इनता ही नहीं उद्धव ठाकरे ने ऐलान किया है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल शिवसेना की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। बताया जा रहा है कि सोमवार रात को हार्दिक पटेल मुंबई पहुंचे और उन्होंने आज (मंगलवार) शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनके बांद्रा स्थित मातोश्री में मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे और हार्दिक पटेल ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। इस दौरान जब ठाकरे से पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी गुजरात में चुनाव लड़ेंगी तो उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी यूपी में चुनाव लड़ रही है और वह गुजरात में भी चुनाव लड़ेंगी। इसके बाद उन्होंने कहा कि हार्दिक पटेल उनके सीएम उम्मीदवार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि यह उनकी हार्दिक के साथ पहली बैठक है इसलिए अभी कई और बातों पर फैसला होना बाकी है। जब इस बारे में पटेल से पूछा गया कि वह शिवसेना में शामिल होंगे तो पहले उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। इसके बाद उन्होंने कहा कि शिवसेना में शामिल होने पर कोई फैसला नहीं लिया है। आपको बता दें कि शिवसेना बीएमसी चुनावों में हार्दिक पटेल को स्टार प्रचारक बनाना चाहती है। वहीं जब उद्धव ठाकरे से भाजपा के साथ गठबंधन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार नोटिस पर चल रही है।

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