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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

मुंबई: एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि 2019 के चुनाव में अधिकतम सीटें जीतने वाली पार्टी ही प्रधानमंत्री पद के लिए दावा करेगी। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उस बयान पर भी 'खुशी' जाहिर की, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह प्रधानमंत्री बनने का सपना नहीं देखते हैं। पवार (78) ने कहा, 'चुनाव होने दीजिए, इन लोगों (भाजपा) को सत्ता से बेदखल होने दीजिए। हम एक साथ बैठेंगे। अधिक सीट जीतने वाली पार्टी प्रधानमंत्री पद पर दावा कर सकती है।' उन्होंने मुंबई में पार्टी की बैठक में कहा, 'मैं इस बात से खुश हूं कि कांग्रेस नेता (राहुल गांधी) ने भी कहा है कि वह प्रधानमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं।'

गौरतलब है कि गांधी ने ब्रिटेन में एक इंटरव्यू में कहा था कि वह प्रधानमंत्री बनने का सपना नहीं देखते हैं। राहुल गांधी ने कहा था, 'मैं इस तरह (प्रधानमंत्री बनने) के सपने नहीं देखता। मैं खुद को एक वैचारिक लड़ाई लड़ने वाले के तौर पर देखता हूं और यह बदलाव मेरे अंदर 2014 के बाद आया। मुझे महसूस हुआ कि जिस तरह की घटनाएं देश में हो रही है, उससे भारत और भारतीयता को खतरा है। मुझे इससे देश की रक्षा करनी है।'

मुंबई: शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की तिथि पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा क्या पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्त को ही हुआ था या उस दिन उनके निधन की घोषणा की गई, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वतंत्रता दिवस भाषण बाधित न हो। राज्य सभा सांसद और शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादक राउत ने वाजपेयी के निधन के दिन को लेकर उठाए गए सवाल का कोई स्पष्टीकरण या कारण नहीं बताया है। वाजपेयी के निधन की घोषणा एम्स द्वारा 16 अगस्त को की गई थी और उनके निधन का वक्त भी बताया गया था।

12-13 अगस्त से बिगड़ रही थी वाजपेयी की हालत

राउत ने कहा, हमारे लोगों के बजाए हमारे शासकों को पहले यह समझना चाहिए कि ‘स्वराज्य’ क्या है। वाजपेयी का निधन 16 अगस्त को हुआ लेकिन 12-13 अगस्त से ही उनकी हालत बिगड़ रही थी। स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय शोक और ध्वज को आधा झुकाने से बचने तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी लाल किले से अपना विस्तृत संबोधन देना था, वाजपेयी ने इस दुनिया को 16 अगस्त छोड़ा (या जब उनके निधन की घोषणा की गई)।

मुंबई: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दिए जाने के प्रस्ताव का पिछले सप्ताह विरोध करने वाले एआईएमआईएम पार्षद को शराब के अवैध कारोबार और कुछ अन्य आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने आज बताया कि औरंगाबाद से ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के पार्षद सय्यद मतीन सैयद राशिद (32) को महाराष्ट्र खतरनाक गतिविधि निरोधक अधिनियम (एमपीडीए) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।

अधिकारी ने बताया, “17 अगस्त को औरंगाबाद महानगरपालिका की आम सभा की बैठक में मतीन ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने वाले एक प्रस्ताव का विरोध किया था। उनकी कथित रूप से भाजपा के कुछ पार्षदों ने पिटाई कर दी थी।” अधिकारी ने बताया कि इसके बाद सिटी चौक थाने ने मतीन को आईपीसी की धारा 153-ए (विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने), 153 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना) और 294 (सार्वजनिक तौर पर अश्लील हरकत करना) के तहत गिरफ्तार कर लिया था।

मुंबई: शिवसेना ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सुगम बनाने के लिए कानून बनाए जाने पर आज जोर दिया और कहा कि 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद संसद की तस्वीर 'अनिश्चित' दिखती है। शिवसेना ने कहा कि यह कहना कि राम मंदिर का निर्माण आम सहमति से होगा, वैसा ही है जैसे पाकिस्तान यह कहे कि उसका कश्मीर से कोई लेना देना नहीं है और वह हिस्सा भारत का है। शिवसेना ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राम मंदिर बनने तक भगवा पगड़ी नहीं पहननी चाहिए।

राजग में शामिल शिवसेना की यह टिप्पणी उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के एक बयान के बाद आयी है। मौर्य ने कहा कि जब कोई विकल्प नहीं होगा तो कानूनी रास्ते अपनाया जाएगा। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में एक संपादकीय में कहा कि पूर्व की सरकार सत्ता से बाहर हो गयी क्योंकि वह राम मंदिर मुद्दे पर आम सहमति नहीं बना सकी और न ही उच्चतम न्यायालय ने इस पर कोई फैसला दिया। इसमें कहा गया है कि 2014 में लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला और उत्तर प्रदेश में उन्हें सर्वाधिक सीटें मिलीं।

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