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मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में भाजपा के खिलाफ महागठबंधन बनाने के प्रयास जारी हैं। पवार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी और कांग्रेस राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचारधारा के खिलाफ है और दोनो पार्टियां सतारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा के खिलाफ लगातार लड़ती रहेगी।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, संघ की विचाराधारा के खिलाफ हमारा संघर्ष जारी रहेगा। संघ के बारे में हमारा रुख बहुत स्पष्ट है। हम इस विचाराधारा से सहमत नहीं हैं। एक सवाल के जवाब में पवार ने कहा कि राज्य में भगवा पार्टी के खिलाफ महागठबंधन बनाने के प्रयास जारी हैं जहां लोकसभा की 48 सीटें हैं। उत्तर प्रदेश के बाद लोकसभा सीटों की संख्या के मामले में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है।

मुंबई: शिवसेना ने शनिवार को कहा कि पुलवामा हमले से उपजे हालात में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लिए कश्मीर का मुद्दा प्राथमिक बन गया है। जबकि वह राम मंदिर मुद्दे को अस्थायी तौर पर किनारे रखने के पक्ष में है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा, कांग्रेस और अन्य पार्टियों का प्रस्तावित महागठबंधन देश में स्थिरता और शांति नहीं ला सकता। इसलिए आरएसएस का नया रुख देश के लिए अनुकूल है। पार्टी ने पुलवामा आतंकी हमले जैसी घटनाएं रोकने के लिए देश में एक स्थिर सरकार की जरूरत बताई।

संपादकीय में शिवसेना ‘पहले मंदिर, फिर सरकार’ के अपने पुराने रुख से पलटती नजर आई। उसने कहा, भगवान से ज्यादा महत्वपूर्ण देश होता है। संघ परिवार ने राम मंदिर मुद्दे को किनारे रखकर पुलवामा और कश्मीर जैसे विषयों पर ध्यान देने का फैसला किया है। आरएसएस का मानना है कि कश्मीर की समस्याएं सुलझाने के लिए देश को एक मजबूत और स्थिर सरकार की जरूरत है। आतंकवाद को तब तक नहीं हराया जा सकता जब तक केंद्र में स्थिर सरकार और एक मजबूत प्रधानमंत्री नहीं होगा।

मुंबई: चुनाव पूर्व समझौते के महज दो दिन बाद भाजपा और शिवसेना के वरिष्ठ मंत्रियों ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद के बंटवारे पर अलग-अलग बातें कहीं। भाजपा के मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि (इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने के बाद) जिस सहयोगी दल को अधिक सीट आएंगी, उसे मुख्यमंत्री पद हासिल होगा। पाटिल के विचार को खारिज करते हुए शिवसेना के नेता रामदास कदम ने कहा कि मुख्यमंत्री का पद साझा करने का समझौता होने के बाद उनकी पार्टी ने भाजपा के साथ गठबंधन किया है।

उन्होंने कहा कि अगर भाजपा वादे को पूरा नहीं करना चाहती है तो वह चुनाव पूर्व गठबंधन को तुरंत तोड़ने के लिए स्वतंत्र है। शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार की रात पार्टी कार्यकर्ताओं से अपने आवास पर कहा कि उन्होंने इस फॉर्मूले को खारिज कर दिया है कि जो पार्टी विधानसभा चुनावों में अधिक सीट जीतेगी उसे मुख्यमंत्री का पद हासिल होगा। ठाकरे ने कहा, पिछले 25 वर्षों में दोनों दलों (शिवसेना और भाजपा) ने इस फॉर्मूले को आजमाया। मैंने इसे खारिज कर दिया है। मैंने मांग की है कि दोनों दल सभी पदों को समान रूप से बांटें।

मुंबई: आगामी लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा ने एक साथ चुनाव लड़ने का एलान किया है। आज सोमवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच एक घंटे से ज्यादा बातचीत चली। लंबी चली बातचीत के सकारात्मक परिणाम निकल कर आए। दोनों दलों के बीच हुई बातचीत के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि हमारे बीच मतभेद है, लेकिन दोनों दलों(भाजपा-शिवसेना) के विचार एक हैं। अब मतभेद भुलाकर साथ आने का वक्त है।

देवेंद्र फणनवीस ने कहा कि भाजपा और शिवसेना विधानसभा और लोकसभा चुनाव साथ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी दलों का एक होना जरूरी है। भाजपा-शिवसेना का रिश्ता बहुत पुराना है। सीटों का एलान करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि शिवसेना 23 और भाजपा 25 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। वहीं विधानसभा चुनाव में दोनों दल बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।

अमित शाह ने शिवसेना की तारीफ की

लोकसभा चुनाव 2019 में साथ चुनाव लड़ने के एलान के बाद अमित शाह ने कहा कि दोनों पार्टी के कार्यकर्ता शुरू से साथ चुनाव लड़ना चाह रहे थे।

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