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नई दिल्ली: शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन के शनिवार (31 अगस्त, 2024) को 200 दिन पूरे हो गए। विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शनकारी वहां अभी भी लामबंद हैं। इस बीच, आज सुबह वहां पहलवान विनेश फोगाट पहुंचीं। वह पत्रकारों से बोलीं कि उन्हें राजनीति की जानकारी तो नहीं है पर हर जगह किसान हैं। उन्होंने पहले भी खेत में काम किया है।

विनेश फोगाट के अनुसार, "हर कोई मजबूरी में आंदोलन करता है। जब लंबा आंदोलन चलता है तो लोगों में उम्मीद आ जाती है। अपने लोग सड़क पर बैठेंगे, तो देश तरक्की कैसे करेगा? मुझे लगता है कि अपने हक के लिए सड़क पर आना चाहिए।"

फोकस मुझ पर नहीं, किसानों पर होना चाहिए: विनेश

इस दाैरान हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर विनेश फोगाट ने कहा कि मैं इस पर कुछ नहीं बोलूंगी, मैं राजनीति पर बात नहीं करूंगी। मैं अपने परिवार के पास आई हूं। अगर आप इस पर बात करेंगे तो आप उनके संघर्ष और लड़ाई को बर्बाद कर देंगे।

उन्होंने कहा, आज फोकस मुझ पर नहीं है। फोकस किसानों पर होना चाहिए, मैं यह अनुरोध करती हूं। मैं एक एथलीट हूं, मैं पूरे देश की हूं। मुझे इस बात से कोई लेना-देना नहीं है कि किस राज्य में चुनाव हो रहे हैं। मैं सिर्फ इतना जानती हूं कि मेरा देश पीड़ित है, किसान परेशान हैं। उनके मुद्दों का समाधान होना चाहिए और इसे हल करना सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।

सरकार को किसानों की मांग सुनना चाहिए: फोगाट

फोगाट ने कहा कि किसान 200 दिन से यहां बैठे हैं। यह देखकर दुख होता है। वे सभी इस देश के नागरिक हैं। किसान देश को चलाते हैं। उनके बिना कुछ भी संभव नहीं है, एथलीट भी नहीं। अगर वे हमें खाना नहीं खिलाएंगे, तो हम प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे। कई बार हम असहाय होते हैं और कुछ नहीं कर पाते हैं, हम इतने बड़े स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन हम अपने परिवार के लिए कुछ नहीं कर पाते हैं, भले ही हम उन्हें दुखी देखते हों। मैं सरकार से आग्रह करती हूं कि उन्हें सुनना चाहिए। उन्होंने पिछली बार अपनी गलती स्वीकार की थी, उन्हें अपने वादे पूरे करने चाहिए। अगर लोग इस तरह सड़कों पर बैठे रहेंगे तो देश आगे नहीं बढ़ेगा।

13 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे हैं किसान

बता दें कि किसान, सभी फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी के साथ अन्य महत्वपूर्ण मांगों को लेकर 13 फरवरी से शंभू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि पुलिस ने उनके दिल्ली मार्च को रोक दिया था। अब बताया जा रहा है कि जल्द ही खनौरी, शंभू और रतनपुरा बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में किसान जुटने वाले हैं।

किसान नेता बोले, पीएम नहीं दे रहे जवाब

अमृतसर जिले के किसान नेता बलदेव सिंह बग्गा ने कहा कि सरकार से संवाद करने के कई प्रयास किए गए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है। पीएम मोदी को भी कई बार लेटर लिखा गया, लेकिन वहां से भी कोई जवाब नहीं मिला। सरकार किसानों की आवाज दबा रही है। किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवन सिंह पंढेर ने किसानों से 31 अगस्त को शंभू और खनौरी पॉइंट पर बड़ी संख्या में इकट्ठा होने की अपील की है।

'कंगना रनौत के खिलाफ कार्रवाई की मांग'

किसानों ने बॉलीवुड अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से कंगना रनौत के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का आग्रह किया है, जिनकी पिछली टिप्पणियों ने किसान समुदाय के अंदर गुस्सा पैदा किया है।

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