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जींद: हरियाणा में शांति व्यवस्था और सांप्रदायिक सौहार्द पर कथित रूप से खतरे को लेकर जींद में पुलिस ने शुक्रवार को अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक समेत लगभग 125 लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया है। पुलिस अधीक्षक राकेश आर्य के अनुसार जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने दो दिन पहले स्थानीय जाट धर्मशाला में एक बैठक की थी। बैठक में यशपाल मलिक और उनके साथियों ने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया, वह जनता को सरकार के खिलाफ विद्रोह के लिए उकसाने वाली थी और इससे प्रदेश में शांति और कानून व्यवस्था को भी खतरा पैदा हो सकता है। इसे बेहद गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने यशपाल मलिक, आरएस सहरावत, राज सिवाच, ईश्वर मलिक, कृष्ण किरमारा, कृष्ण श्योकंद, ईश्वर सिंह मोर आदि को नामजद करते हुए लगभग 125 अन्य के खिलाफ देशद्रोह समेत कई अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्रदेश में कानून व्यवस्था के लिए खतरा देखते हुए पुलिस ने यशपाल मलिक समेत अनेक लोगों के खिलाफ भादंवि की धारा 124 ए, 153 ए (1) और 153 बी के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

इस मामले में आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। यशपाल मलिक और उनके साथियों के खिलाफ यह मामला उन द्वारा जींद में बुधवार को की गई बैठक में भाषणबाजी के आधार पर दर्ज हुआ है। इससे साफ है कि इस बार सरकार और पुलिस प्रशासन प्रदेश में जाट आरक्षण आंदेालन के नाम पर माहौल खराब करने वालों के साथ किसी तरह की नरमी बरतने के मूड में कतई नहीं है। पुलिस प्रशासन को नए पुलिस महानिदेशक साफ आदेश दे चुके हैं कि किसी को भी प्रदेश में माहौल खराब करने की इजाजत किसी भी कीमत पर नहीं दी जाए।

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