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जींद: जाट आरक्षण आंदोलन की आड़ में सरकारी तथा निजी संपत्तियों में तोडफ़ोड़, आगजनी की वारदातों को अंजाम देने वाले नौ लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। चौंकी प्रभारी ओमप्रकाश ने बीती 21 फरवरी को उचाना थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 20 फरवरी शाम को लगभग 125 लोग पुलिस चौंकी में घुस आए और जमकर तोडफोड़ और आग लगा दी। बाद में उन्हीं उपद्रवियों ने उचाना थाना में पहुंचकर जमकर तोडफ़ोड़ की, जिससे लगभग साढ़े पांच लाख रुपये की सरकारी संपत्ति को नुकसान हुआ। पुलिस ने इस मामले में नीरज, विजय उर्फ काला, मनजीत उर्फ साधु, दीपक, राजेश, संदीप, रमेश, संदीप उर्फ मोनू, राजेश को गिरफ्तार किया है। जाट आरक्षण आंदोलन की आड़ में आगजनी, तोडफ़ोड़ से जिलेभर में करोड़ों रुपये की सरकारी तथा निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया।

अभी तक पुलिस ने 58 मामले दर्ज किए हैं। जिसमें निजी तथा सरकारी विभाग शामिल हैं। एसपी अभिषेक जोरवाल ने बताया कि आडियो, विडियो तथा शिकायतों के आधार पर उपद्रवियों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। काफी लोगों की पहचान हो चुकी है और उन्हें गिरफ्तार भी किया जा रहा है। तोडफ़ोड़, आगजनी की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। उधर, जाट आरक्षण आंदोलन की आड़ में प्रदेश में हुई लूटपाट और आगजनी की घटनाओं से प्रदेश की 35 बिरादरी में जबरदस्त गुस्सा है। 35 बिरादरी के हजारों लोगों ने सोमवार को जाट मंत्रियों और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष की बर्खास्तगी की मांग को लेकर शहर में विरोध प्रदर्शन किया और उपायुक्त विनय यादव को ज्ञापन भी सौंपा। इस दौरान शहर के मुख्य बाजार भी बंद रहे।

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