चंडीगढ़: रोहतक में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा पर काबू पाने में विफल होने के आरोपों के बाद वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और रोहतक के पूर्व आईजी पी श्रीकांत जाधव को निलंबित कर दिया गया है। उनके अलावा दो डीएसपी को भी सस्पेंड कर दिया गया है। हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) पी के दास ने कहा ‘रोहतक के पूर्व आईजी श्रीकांत जाधव और रोहतक के दो डीएसपी अमित दहिया और अमित भाटिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।’ दास ने बताया ‘यह रोहतक में आंदोलन और संबंधित हिंसा नियंत्रित करने में कर्तव्यों का ठीक तरीके से निर्वहन नहीं करने के आरोपों के आधार पर किया गया है।’ 21 फरवरी को हरियाणा सरकार ने रोहतक रेंज के आईजी श्रीकांत जाधव को राज्य में जाट आंदोलन के बीच हटा दिया।
जाधव को बाद में मधुबन में आईजी राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो के तौर पर तैनात कर दिया गया। हरियाणा सरकार ने तत्काल प्रभाव से छह पुलिस अधिकारियों का ट्रांस्फर कर दिया जिसमें रोहतक और मेहम में तैनात अधिकारी भी शामिल हैं जो सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र थे। मेहम, रोहतक और गोहाना के डीएसजी सुरेंद्र सिंह, सुखबीर सिंह और विनोद कुमार का फेरबदल किया गया है। सुरेंद्र सिंह अपनी तैनाती की गुरदयाल सिंह से अदला बदली करेंगे। गुरदयाल वर्तमान में राज्य अपराध शाखा में डीएसपी के तौर पर तैनात हैं। सुखबीर सिंह अपनी तैनाती शमशेर सिंह से बदलेंगे जो राज्य अपराध शाखा में डीएसपी हैं जबकि विनोद कुमार को फरीदाबाद में सहायक पुलिस आयुक्त के पद पर तैनात किया गया है।