जींद: कश्मीर के पंपोर में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हुए कैप्टन पवन कुमार की उनके पैतृक गांव जींद के बधाना में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई। सेना और सरकार की अपील पर जाट प्रदर्शनकारियों ने शहीद के गांव तक जाने वाली सड़क को खाली कर दिया। शहीद के पिता राजबीर सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी। वहीं पंपोर में ही आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन तुषार महाजन को नार्दन कमांड के मुख्यालय में जीओसी इन सी, लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा आदि ने भावभीनी विदाई दी। इस दौरान शहीद के माता-पिता भी मौजूद थे। इससे पहले, तिरंगे में लिपटा शहीद कैप्टन 23 वर्षीय पवन का पर्थिव शरीर पठानकोट से लाया गया जहां एक कार्यक्रम में उन्हें पुष्पचक्र अर्पित किया गया। हरियाणा के जाट आंदोलन से प्रभावित होने के बावजूद काफी संख्या में लोग देश के सपूत को श्रद्धांजलि देने बधाना गांव में उमड़ पड़े। सैन्य अफसर समेत हरियाणा सरकार के मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और ओम प्रकाश धनखड़, भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला ने भी शहीद कैप्टन को अंतिम विदाई दी।
गौरतलब है कि शहीद के पिता राजबीर ने कहा था कि वह उनकी इकलौती औलाद थे जिसे उन्होंने सेना और राष्ट्र को दे दिया। कोई भी पिता इतना गौरवान्वित नहीं हो सकता। कैप्टन पवन एलीट पैरा यूनिट के अधिकारी थे।