नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): जाट आंदोलन पर स्थिति बेकाबू होने के बाद आखिर केंद्र और राज्य सरकार ने रविवार को उन्हें आरक्षण देने के फैसला किया। यह फैसला केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की हरियाणा के आंदोलनकारी जाट नेताओं से मुलाकात के बाद किया गया। बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने जानकारी दी कि संसद और हरियाणा विधानसभा के अगले सत्रों में इसके लिए विधेयक लाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि आरक्षण की रूपरेखा तय करने के लिए केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्री वेंकैया नायडू की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय कमेटी गठित की गई है। इसमें केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा, संजीव बालियान, भाजपा उपाध्यक्ष सतपाल मलिक और अविनाश राय खन्ना शामिल हैं। समिति ने तत्काल प्रभाव से काम शुरू कर दिया है। यह केंद्र और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। गृहमंत्री के साथ बैठक में जाट नेताओं को आश्वस्त किया गया है कि जाटों के खिलाफ टिप्पणी को लेकर भाजपा सांसद राजकुमार सैनी पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि केंद्र पूरी तरह सतर्क है और सेना से लेकर खुफिया एजेंसियों को अलर्ट पर रखा है। इस मामले में राजनाथ सिंह ने खुद कमान संभाली है।
इसके लिए गृह मंत्री ने सरकारी स्तर से लेकर निजी राजनीतिक रिश्तों का भी उपयोग किया। केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान की भूमिका भी अहम रही। इस बीच हरियाणा रविवार को भी जाट आरक्षण की आग में सुलगता रहा। आठवें दिन भी गुड़गांव, रोहतक समेत अन्य कई जगहों में आगजनी, लूटपाट हुई। कैथल में एक और मौत हो गई। इसी तरह पिछले तीन दिनों के दौरान मृतकों की संख्या 12 हो गई है। फरीदाबाद में एनएच-2 पर पुलिस और अन्य गाडि़यों में तोड़फोड़ की गई। गुड़गांव में बसई धनकोट रेलवे स्टेशन पर टिकट काउंटर को आग लगा दी गई। सोनीपत में भी गन्नौर रेलवे स्टेशन को आग के हवाले कर दिया गया। रोहतक में रविवार सुबह लोगों ने कर्फ्यू तोड़कर कई दुकानों में आग लगा दी और लूटपाट भी की। यहां एक पुलिस स्टेशन में आग लगाई गई। जींद में एक पेट्रोल पंप को आग के हवाले कर दिया गया। झज्जर में हालात बेकाबू हैं। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने थलसेना प्रमुख जनरल दलबीर सुहाग के साथ जाट आरक्षण आंदोलन पर बैठक की और हालात की जानकारी ली। पर्रिकर ने दोटूक शब्दों में उपद्रवियों से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया। साथ ही रविवार रात तक सेना को तनावग्रस्त इलाकों को पूरी तरह नियंत्रण में लेने के आदेश दिए। उन्होंने जरूरत पड़ने पर सेना और टुकडि़यों को तैयार रखने को कहा। सरकार ने हिंसा पर निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनाया है। इसका नंबर 0172- 2794394/395 है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा और सैकड़ों समर्थकों के साथ दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनशन पर बैठे। उन्होंने शांति और भाईचार कायम करने की अपील की।