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पानीपत: नोटबंदी के बाद से ही कैश की किल्लत के चलते कई तरह के मामले देशभर से सामने आ रहे हैं। हरियाणा के पानीपत से भी एक ऐसा मामला सामने आया है जो मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाला है। यहां एक बुजुर्ग की 74 वर्षीय पत्नी की मौत हो गयी लेकिन उसके पास इतना कैश नहीं था कि वो अंतिम संस्कार कर पाता। ये बुजुर्ग 5 घंटे बैंक की लाइन में खड़ा रहा लेकिन जब धैर्य ने साथ छोड़ दिया तो वहीं फूट-फूट कर रोने लगा। बता दें कि गुरुवार को पानीपत के रहने वाले राजेंद्र पांडेय की पत्नी चंद्रकला की मौत हो गयी। राजेंद्र के आकाउंट में तो पैसे थे लेकिन उसके पास इतना कैश नहीं था कि वो अंतिम संस्कार कर पाता। राजेंद्र सुबह 11 बजे से ही बैंक ऑफ बड़ौदा के बाहर लाइन में लगा था लेकिन 5 घंटे बीट जाने के बावजूद उसे अंदर जाकर पैसे निकालने का मौका ही नहीं मिला। जब इतना वक़्त हो गया तो राजेंद्र का धैर्य जवाब दे गया और वो फूट-फूट कर रोने लगा। इसके बाद मौके पर मौजूद कुछ मीडियाकर्मियों ने मामले में हस्तक्षेप कर बैंक प्रशासन से बात की जिसके बाद राजेंद्र को पैसे मुहैया कराए गए। राजेंद्र ने बताया कि उसने बैंककर्मियों और बैंक के गेट पर मौजूद पुलिसकर्मियों से भी मदद की गुहार लगाई थी लेकिन किसी ने मदद नहीं की।

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