ताज़ा खबरें
बिहार विधानसभा चुनाव: तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ेगा महागठबंधन
बंगाल में दिसंबर तक काम कर सकेंगे शिक्षक, सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत
ऐसे लोकतंत्र की कल्पना नहीं की थी, जहां जज कानून बनाएंगे: धनखड़
सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ कानून पर सरकार को दिया सात दिन का वक्त

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भारी बर्फबारी के चलते न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया है। इसका असर मैदानी इलाकों पर पड़ा है, जहां शीतलहर-घने कोहरे की स्थिति बनी हुई है।

मैदानी राज्यों में ओलावृष्टि की संभावना

मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में जम्मू-कश्मीर में और बर्फबारी की संभावना जताई है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान, उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश समेत कई मैदानी राज्यों में हल्की बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है।

दिल्ली-एनसीआर में आज घने कोहरे और हल्की बारिश की वजह से यातायात प्रभावित हुआ, जिसके कारण 29 ट्रेनें देरी से चलीं और कई उड़ानों पर भी इसका असर देखने को मिला। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है, जिसमें पूरे दिन घना कोहरा और हल्की बारिश की चेतावनी दी गई है। कोहरे की वजह से विजिबिलिटी घटकर 200 मीटर तक पहुंच गई है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएससएस) के प्रमुख मोहन भागवत के ‘सच्ची स्वतंत्रता’ वाले बयान की निंदा करते हुए बुधवार को कहा कि यदि वह इसी तरह का बयान देते रहे तो देश में उनका घूमना-फिरना मुश्किल हो जाएगा। खड़गे ने कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के बाद पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि आरएसएस और भाजपा के लोगों को (1947 में मिली) आजादी याद नहीं है क्योंकि उनके वैचारिक पूर्वजों का स्वतंत्रता आंदोलन में कोई योगदान नहीं है।

खड़गे ने कहा कि कई विभाजनकारी ताकतें, जिनका आज़ादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं था, उन्होंने बाद में संविधान, तिरंगा, अशोक चक्र से लेकर समाज की प्रगति के लिए बन रहे कायदे-कानूनों तक का विरोध किया। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- जब राम मंदिर बना, तब देश को आजादी मिली। वहीं नरेंद्र मोदी को लगता है कि जब 2014 में वे प्रधानमंत्री बने, तब देश को आजादी मिली। यह शर्म की बात है। आरएसएस-बीजेपी के लोगों को आजादी का दिन इसलिए याद नहीं, क्योंकि उन लोगों ने देश की आजादी में कोई योगदान नहीं दिया।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): चीन के साथ अभी सीमा विवाद पूरी तरह से सुलझा नहीं है। ऐसे में भारत चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तैनात अपने सैनिकों की संख्या में जल्द ही कमी नहीं करेगा। यह बात सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को कही। सेना प्रमुख कहा कि प्रतिद्वंद्वी सेनाओं के बीच अभी भी 'कुछ हद तक गतिरोध' बना हुआ है। दोनों देशों को समग्र तनाव को कम करने के लिए विश्वास बहाल करने की आवश्यकता है।

सैनिक अभी नहीं हटेंगे, एलएसी पर स्थिति संवेदनशील: सेना प्रमुख

सेना दिवस से पहले बोलते हुए जनरल द्विवेदी ने चीन के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी एलएसी पर मौजूदा स्थिति को 'स्थिर लेकिन संवेदनशील' बताया। एलएसी पर हजारों प्रतिद्वंद्वी सैनिक और भारी हथियार सिस्टम के साथ लगभग पांच साल से एक-दूसरे के खिलाफ तैनात हैं। उन्होंने कहा कि चीन के साथ सैन्य टकराव को हल करने के लिए भारत के पास 'पर्याप्त रणनीतिक धैर्य' है। उन्होंने कहा कि एलएसी पर सेना की तैनाती 'संतुलित और मजबूत' है, और किसी भी आकस्मिकता से निपटने के लिए 'अच्छी तरह से तैयार' है।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार (15 जनवरी 2025) को मुंबई स्थित इंडियन नेवी डॉकयार्ड पहुंचे. यहां उन्होंने नौसेना के तीन युद्धपोतों- आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरि और आईएनएस वाघशीर देश को समर्पित किया। पीएम मोदी ने कहा, "नेवी का गौरवशाली इतिहास रहा है। ये तीनों युद्धपोत मेड इन इंडिया है, जो देश की सुरक्षा को नई ताकत देगा। इससे पूरे क्षेत्र को आतंकवाद, ड्रग तस्करी से बचाया जा सकेगा।"

'आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए बड़ा दिन': पीएम मोदी

पीएम बोले, "नौसेना को नया सामर्थ्य मिला है। नेवी को मजबूत करने के लिये हमलोग कदम उठा रहे हैं। आज भारत की समुद्री विरासत नेवी के गौरवशाली इतिहास और आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए भी बहुत बड़ा दिन है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने नौसेना को नया सामर्थ्य और विजन दिया था। आज उनकी इस पावन धरती पर 21वीं सदी की नेवी को सशक्त करने की तरफ हम एक बड़ा कदम उठा रहे हैं। ये पहली बार हो रहा है, जब एक डिस्ट्रॉयर, एक फ्रिगेट और एक सबमरीन को एक साथ कमीशन किया जा रहा है।"

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख