ताज़ा खबरें
शाह के बयान पर संसद में हंगामा:दोनों सदन दोपहर 2 बजे तक स्थगित
पंजाब में रेल रोको आंदोलन: 12 बजे से तीन घंटे पटरियों पर बैठेंगे किसान
ट्रंप ने दी भारत को धमकी, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन बोले-ये बड़ी गलती
कांग्रेस ने अपने उद्देश्यों के लिए संविधान में संशोधन किया: अमित शाह
राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी को मणिपुर के मुद्दे पर घेरा
लोकसभा में 'वन नेशन, वन इलेक्शन' विधेयक पेश, जेपीसी को भेजा गया

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): संसद में आज आंबेडकर मुद्दे पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही दोपहर दो बजे तक स्थगित हो गई। उधर, राज्यसभा में जबरदस्त हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री रिजिजू ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बचाव किया। रिजिजू के बयान के बाद राज्यसभा के सभापति जगदीप धनकड़ ने शोर-शराबे के बीच दोपहर करीब 12:15 पर सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

दरअसल मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी और उसे आंबेडकर का अपमान बताया था।

'आप लोग अंबेडकर... जपते  हैं, अच्छा होता भगवान का नाम लेते': शाह  के बयान पर विपक्ष का हंगामा 

संविधान पर बहस के दौरान राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के भाषण पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, "कल यह स्पष्ट हो गया कि कौन किसका अपमान करता है। कल गृह मंत्री ने डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया। उन्होंने कहा, आप अंबेडकर... जपते रहते हैं, इसकी जगह भगवान का नाम लेते तो अच्छा होता।"

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने सवाल किया कि "यह डॉ. अंबेडकर का अपमान नहीं तो और क्या है?"

आप सांसद का किसान आंदोलन को लेकर स्थगन प्रस्ताव नोटिस

आप सांसद मलविंदर सिंह कंग ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है और किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल पर चर्चा की मांग की है, जो किसानों के मुद्दों को लेकर पिछले 22 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं।

बीजेपी के पास दो तिहाई बहुमत नहीं: प्रियंका चतुर्वेदी

शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा सरकार के पास एक राष्ट्र, एक चुनाव विधेयक को जेपीसी को भेजने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा, "वे यह भी जानते हैं कि उनके पास दो-तिहाई बहुमत नहीं है। 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के प्रति प्रतिबद्धता की कोई भावना नहीं है यह संविधान विरोधी, संघवाद विरोधी, मतदाता विरोधी है। मुझे लगता है कि भाजपा के लिए इस पर मंजूरी पाना मुश्किल काम होगा। "

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख