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नई दिल्ली/बर्न: स्विट्जरलैंड ने उसके बैंकों में खाता रखने वाले भारतीयों के संबंध में सूचनाएं साझा करने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। अकेले पिछले सप्ताह ही करीब एक दर्जन भारतीयों को इस संबंध में नोटिस दिया गया है। स्विट्जरलैंड के प्राधिकरणों ने मार्च से अब तक स्विस बैंकों के भारतीय ग्राहकों को कम से कम 25 नोटिस जारी कर भारत सरकार के साथ उनकी जानकारी साझा करने के खिलाफ अपील का एक आखिरी मौका दिया गया है। स्विटजरलैंड उसके बैंकों में खाते रखने वाले ग्राहकों की गोपनीयता बनाये रखने को लेकर एक बड़े वैश्विक वित्तीय केन्द्र के रूप में जाना जाता रहा है। लेकिन कर चोरी के मामले में वैश्विक स्तर पर समझौते के बाद गोपनीयता की यह दीवार अब नहीं रही।

खाताधारकों की सूचनाओं को साझा करने को लेकर भारत सरकार के साथ उसने समझौता किया है। अन्य देशों के साथ भी ऐसे समझौते किये गये हैं। स्विस बैंक के विदेशी उपभोक्ताओं की सूचनाएं साझा करने से संबंधित स्विट्जरलैंड के फेडरल टैक्स विभाग के नोटिसों के अनुसार, स्विट्जरलैंड ने हालिया समय में कुछ देशों के साथ सूचनाएं साझा करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।

वॉशिंगटन: अमेरिका के प्रतिबंधों से मिली छूट की अवधि इस महीने की शुरुआत में समाप्त होने के बाद भारत ने ईरान से कच्चा तेल खरीदना बंद कर दिया है। अमेरिका में भारत के राजदूत ने शुक्रवार को यह कहा। भारत ने ईरान के साथ ही वेनेजुएला से भी कच्चा तेल खरीदना बंद कर दिया है। अमेरिका ने ईरान के साथ परमाणु समझौते से खुद को अलग करने के बाद उसके खिलाफ कई आर्थिक प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। हालांकि उसने आठ देशों को ईरान से कच्चा तेल खरीदने पर प्रतिबंधों से छूट दी थी। इस छूट की अवधि मई महीने की शुरुआत में समाप्त हो गई।

अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन शृंगला ने कहा कि अमेरिका द्वारा प्रतिबंध से मिली छूट की अवधि बढ़ाने से इनकार किए जाने के बाद भारत ने ईरान से कच्चा तेल खरीदना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि अप्रैल में भारत ने ईरान से खरीदे जाने वाले कच्चे तेल की मात्रा करीब 2.5 अरब टन से घटाकर एक अरब टन कर दी थी। शृंगला ने गुरुवार को कहा कि हम यह समझते हैं कि यह अमेरिका के लिये एक प्राथमिकता है, हालांकि हमें इसकी कीमत चुकानी पड़ी है क्योंकि हमें सच में वैकल्पिक स्रोत की तलाश करने की जरूरत है।

मुंबई: लोकसभा चुनाव में भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के शानदार प्रदर्शन के बाद शेयर बाजार में शुक्रवार को तेजी देखने को मिली थी, मगर बंद के समय नुकसान दिखा था। चुनाव के बाद और सप्‍ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्‍स 38,939 के स्‍तर पर खुला, वहीं निफ्टी 11,696.05 पर कारोबार करता दिखा. बता दें कि चुनावी नतीजों के दिन यानी गुरुवार को शेयर बाजार के सेंसेक्स बृहस्पतिवार को रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद सटोरियों की ओर से लाभ काटने के लिए चली बिकवाली से चलते अंत में 299 अंक के नुकसान से बंद हुआ।

कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 40,000 अंक के स्तर को पार कर गया था। वहीं निफ्टी ने भी पहली बार 12,000 अंक के स्तर को लांघा था। हालांकि, कारोबार के अंतिम दौर में मुनाफावसूली का सिलसिला चलने से बाजार नुकसान के साथ बंद हुआ। गुरुवार को बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 298.82 अंक या 0.76 प्रतिशत के नुकसान से 38,811.39 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 80.85 अंक या 0.69 प्रतिशत के नुकसान से 11,657.05 अंक पर बंद हुआ।

मुंबई: बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के शुरुआती कुछ घंटों में ही बृहस्पतिवार को पहली बार 40,000 अंक के पार पहुंच गया। सेंसेक्स का यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 12,000 अंक के पार पहुंच गया। लोकसभा चुनाव परिणाम के शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को भारी बहुमत मिलने के संकेत से शेयर बाजार में जोरदार तेजी का रुख रहा। बाजार की रिकार्ड चाल को देखते हुये विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया भी 14 पैसे बढ़कर 69.51 रुपये प्रति डालर पर पहुंच गया।

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार के शुरुआती दौर में 900 अंक से अधिक चढ़कर 40,012.35 अंक पर पहुंच गया। इसी प्रकार एनएसई का निफ्टी भी 265 अंक बढ़कर 12,000 अंक के स्तर को पार करता हुआ 12,003.50 अंक पर पहुंच गया। बाजार में यस बैंक, इंडसइंड बैंक, लार्सन एण्ड टुब्रो, भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में आठ प्रतिशत से ऊपर की वृद्धि दर्ज की गई।

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