ताज़ा खबरें

नई दिल्ली: 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को प्रचलन से खत्म किए जाने की घोषणा के बाद देशभर में अफरा-तफरी के माहौल के मद्देनजर सरकार ने लोगों को कुछ हद तक राहत देने के लिए नए उपायों की घोषणा की है। एटीएम से कैश निकालने की सीमा बढ़ा दी गई है. अब एक दिन में 2000 रुपये की जगह 2500 रुपये निकाल सकेंगे। बैंक के काउंटर से भी अब 4000 की जगह 4500 रुपये बदलवा सकते हैं। इसके अलावा अब बैंक से एक हफ्ते में 24 हजार रुपये तक निकाले जा सकेंगे। पहले ये सीमा 20 हजार रुपये थी। एक दिन में सिर्फ 10 हजार रुपये निकालने की बंदिश खत्म कर दी गई है। यानी अगर जरूरत है तो आप एक दिन में 24 हजार रुपये रुपए भी निकलवा सकते हैं। बीते चार दिन के लेनदेन की समीक्षा के बाद वित्त मंत्रालय ने रविवार को ये ऐलान किया। सरकार ने कहा है कि एटीएम और बैंकों के बाहर दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए अब अलग लाइन लगानी होगी। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में मोबाइल बैंकिंग वैन भेजी जाएंगी। सरकार ने बैंकों से कहा है कि वो मोबाइल वॉलेट और डेबिट, क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल को बढ़ावा दें और लोगों को इन्हें तेजी से उपलब्ध करवाएं। सरकारी पेंशन पाने वाले लोगों के लिए वार्षिक लाइफ सर्टिफिकेट देने की आखिरी तारीख नवंबर से बढ़ाकर 15 जनवरी, 2017 कर दी गई है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक पहले तीन दिन में देशभर के बैंकों में करीब 21 करोड़ लेनदेन (ट्रांजैक्शन) हुए, जिनमें तीन लाख करोड़ रुपये जमा करवाए गए और करीब 50 हज़ार करोड़ रुपये की निकासी हुई है।

मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक ने आज (रविवार) आम जनता को आश्वस्त किया कि बैंकों के पास पर्याप्त नकदी है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने लोगों से कहा है कि वे बैंकों व एटीएम से बार-बार नकदी नहीं निकालें, इसकी कोई जरूरत नहीं है। केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा है,‘ रिजर्व बैंक आम लोगों को आश्वस्त करना चाहता है कि आरबीआई व बैंकों में छोटी राशि के नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।’ उल्लेखनीय है कि सरकार ने 1000 रुपये व 500 रुपये के मौजूदा नोटों को प्रचलन से बाहर कर दिया है। इसके बाद देश भर में नये नोट हासिल करने वाले, पुराने नोटों को बदलवाने वालों की भीड़ लगी है। आठ नवंबर की रात को इस घोषणा के बाद से ही बैंकों, एटीएम में भीड़ देखने को मिली है। हालांकि सरकार ने आश्वस्त किया है कि घबराने की जरूरत नहीं, कुछ ही सप्ताह में हालात सामान्य हो जाएंगे।

नई दिल्ली : सरकार शून्य शेष वाले जनधन खातों में अचानक जमा में आए उछाल की निगरानी कर रही है। पुराने नोटों को बंद करने के बाद सिर्फ दो दिन में बैंकिंग प्रणाली में दो लाख करोड़ रुपये की नकदी आई है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि विधि प्रवर्तन एजेंसियो की गैरकानूनी मनी चेंजरों पर गिद्ध दृष्टि है। ये मनी चेंजर 500 और 1,000 रुपये का नोट बदल रहे हैं। इसके अलावा लोग अपना बेहिसाबी धन सोना और सर्राफा बाजार में लगा रहे हैं। जेटली ने कहा, ‘हमें कुछ शिकायतें मिली हैं कि अचानक से जनधन खातों में जमा बढ़ा है। इसका मतलब दुरुपयोग हो रहा है।’ उन्होंने कहा कि जमा में कुछ गड़बड़ी पाए जाने के मामले को संबंधित विभाग देखेंगे। सरकार हटाए गए नोटों के स्थान पर नए नोट डालने के काम को सुगम तरीके से करने पर ध्यान दे रही है। जेटली ने कहा कि ध्यान रखा जा रहा है कि लोगों को कम से कम परेशानी हो। ‘प्रवर्तन निदेशालय और राजस्व विभाग की इस पर नजदीकी निगाह है।’ बंद किए नोटों का गैरकानूनी इस्तेमाल करने वाले लोगों को आगाह करते हुए जेटली ने कहा कि अधिकारी किसी गैरकानूनी गतिविधि के खिलाफ कार्रवाई करने में हिचकिचाएंगे नहीं। उनका यह बयान इन खबरों के बाद आया है कि ऊंचे मूल्य के पुराने नोटों का इस्तेमाल सोना खरीदने के लिए किया जा रहा है या फिर उन्हें प्रीमियम पर बदला जा रहा है।

नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को देश में नमक की कमी के बारे में बेबुनियाद खबरों को खारिज करते हुए इसे मनगढंत अफवाह करार दिया और जोर देकर कहा कि हर राज्य में पर्याप्त मात्रा में नमक उपलब्ध है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कुछ गैर जिम्मेदाराना अफवाहें फैला रहे हैं जैसे नमक के संबंध में कल हुआ। यह हर राज्य में पर्याप्त मात्रा में है। उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ अफवाहें उस दिन भी शुरू हुई थीं जिस दिन 500 और 1000 रुपये के नोटों को चलन से बंद किया गया था। उन्होंने कहा, ‘ये सारी मनगंढ़त अफवाहें हैं।’ जेटली ने कहा कि कुछ लोग कह रहे थे कि वह नोटों को बंद करने के बारे में पहले से जानते थे ऐसे बयान सच्चाई से खिलवाड़ करने के बराबर है। वाणिज्य और औद्योगिक मंत्रालय ने भी बाजार में नमक की कमी की अफवाहों को खारिज किया। मंत्रालय के तहत आने वाले औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) ने ट्वीटों की एक श्रंखला में कहा कि देश में नमक का पर्याप्त भंडार मौजूद है। इसने कहा, ‘दहशत में नहीं आइए। उत्तरी राज्यों बिहार और पश्चिम बंगाल में खाने योग्य नमक का पर्याप्त भंडार मौजूद है। अफवाहों पर ध्यान नहीं दें।’ इसने कहा कि दिल्ली में आपूर्ति होने वाले नमक का उत्पादन राजस्थान के नावा और फलोडी से होता है। इसने कहा, ‘परिष्कृत नमक बाजार में ब्रांड के मुताबिक आठ रूपये से 18 रुपये किलो की दर पर उपलब्ध है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख