नई दिल्ली: जबरदस्त गिरावट के दौर में सेंसेक्स 699 अंकों की गिरावट के साथ 26819 के स्तर पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 229 अंकों की गिरावट के साथ 8296 के स्तर पर बंद हुआ। साल में यह दूसरी बार जबरदस्त बिकवाली देखी गई है। एशियाई बाजारों में गिरावट पर हो रहे कारोबार का घरेलू शेयर बाजारों पर भी असर पड़ा। सेंसेक्स में 700 अंकों से अधिक की गिरावट आई और निफ्टी भी 229 अंकों की गिरावट के साथ 8297 के स्तर पर पहुंच गया। इससे पूर्व 12 बजकर 32 मिनट पर सेंसेक्स ने 514 अंकों का गोता खाया। शुरुआती कारोबार में ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 350 अंक गिर गया। गिरावट का यह सिलसिला खबर लिखे जाने तक जारी देखा गया और सेंसेक्स 400 से अधिक अंक तक फिसल गया। वहीं रुपया पिछले सेशन में 67.17 प्रति डॉलर की कीमत पर बंद होने के बाद आज 54 पैसे गिर गया। अमेरिकी चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद पिछले सेशन में डॉलर पर बुरा असर पड़ा था लेकिन आज डॉलर में अन्य मुद्राओं के मुकाबले मजबूती देखी जा रही है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.21 बजे 252.73 अंकों की गिरावट के साथ 27,264.95 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 83.45 अंकों की गिरावट के साथ 8,442.30 पर कारोबार करते देखे गए।
गुरुवार को 500 और1000 रुपये मूल्य के मौजूदा नोटों पर प्रतिबंध से डिपॉजिट बढ़ने की उम्मीद में बैंकिंग शेयरों में चमक और वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेतों के चलते घरेलू शेयर बाजार तेजी की राह पर लौटे जहां सेंसेक्स 265 अंक मजबूत हुआ तो निफ्टी भी एक बार फिर 8500 के मनोवैज्ञानिक स्तर को लांघ गया था। कारोबारियों का कहना है कि अन्य एशियाई बाजारों में मजबूती से उत्साहित सटोरियों द्वारा सौदों की कटान से भी बाजार को बल मिला। निवेशकों ने अमेरिका के भावी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा व्यापार अनुकूल नीतियां अपनाने का अनुमान लगाते हुए खुद को आश्वस्त किया।