ताज़ा खबरें
'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली: मोदी सरकार के नोटबंदी और जीएसटी के फैसले पर एक बार फिर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपना निशाना साधा है। नोटबंदी और जीएसटी दोनों ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीएसटी) की वृद्धि दर को प्रतिकूल रूप से प्रभावित किया है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को यह बातें कही।

मनमोहन सिंह ने पहले कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था केवल 'एक इंजन' पर चल रही है और वह है सार्वजनिक खर्च। उन्होंने सोमवार को सीएनबीसी-टीवी 18 से कहा, 'नोटबंदी और जीडीपी दोनों को भारतीय अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है।'

उन्होंने कहा, 'दोनों ने असंगठित क्षेत्र, छोटे पैमाने पर व्यापार के क्षेत्र को प्रभावित किया है, जिसका जीडीपी में 40 फीसदी योगदान है और 90 फीसदी से अधिक रोजगार असंगठित क्षेत्र में ही है।' उन्होंने कहा, 'ऐसे में जब 86 फीसदी नोट को प्रचलन से बाहर कर दिया जाए और ऊपर से जीएसटी लगा दिया जाए, जिसे जल्दीबाजी में लागू किया गया है। तो आने वाले दिनों में जीएसटी पर और ज्यादा प्रतिकूल प्रभाव की संभावना है।'

नई दिल्ली: देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 3 साल के उच्चतम स्तर पर है। सरकार पर पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाने का दवाब है साथ इस पर सियासी घमासान भी जोरों पर है। लेकिन इन सबके बीच अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के बढ़ते दाम ने सरकार को परेशान करना शुरू कर दिया है। पिछले एक सप्ताह में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में 5 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है। जानकारों के मुताबिक अगर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसी तरह से कच्चे तेल के दाम बढ़ते रहे, तो देश में तेल कंपनियों के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती संभव नहीं होगी और आने वाले दिनों में इसके दाम और बढ़ सकते हैं।

देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 3 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है, जिससे उपभोक्ता चिंतित हैं। उनका मानना है जब इन उत्पादों पर लगने वाले करों में बार-बार फेरबदल किया जा रहा हो तो बाजार आधारित कीमतों की अवधारणा का कोई मतलब नहीं है।

जब कच्चे तेल के दाम लगातार गिर रहे हैं तो देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ रही है, जबकि 2014 के मई में कच्चे तेल की कीमत 107 डॉलर प्रति बैरल थी, उस वक्त अभी से सस्ता पेट्रोल मिल रहा था।

नासिक: नासिक होलसेल प्याज मार्केट 9 और 10 सितंबर को इनकम टैक्स छापे के बाद जहां प्याज की कीमत में 35 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है। यहां प्याज 900 रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रही है। प्याज की कीमतों में अचानक गिरावट आने के कारण यहां के कई मंडियां सोमवार तक के लिए बंद कर दी गई है। बताया जा रहा है कि प्याज के व्यापारियों पर आयकर के छापे की खबरों तथा प्याज के आयात में वृद्धि के भी कारण प्याज की कीमतों में ये गिरावट आई है। फिलहाल एशिया की सबसे बड़ी प्याज की थोक बिक्री मंडी लासलगांव समेत यहां की छह मंडियां बंद है, जबकि बाकी की 10 मंडियां खुली हुई हैं।

नई दिल्ल्ली: पर्यटन मंत्री एलफोंस कन्नथानम ने बताया कि लंबे समय से घाटे में चल रहे आईटीडीसी के 16 होटलों में 14 को बेच दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन होटलों को निजी हाथों में देने काम शुरू भी हो चुका है। टूरिज्म मिनिस्टर ने कहा कि फाइनेंस मिनिस्ट्री एनसीआर के अशोका और सम्राट होटल्स को छोड़कर बाकी सभी आईटीडीसी होटलों में सरकार की हिस्सेदारी पूरी तरह बेचने के डिसइनवेस्टमेंट प्लान को आगे बढ़ा रही है। कन्नथानम ने कहा कि सरकार ने इंडिया टूरिज्म डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन - आईटीडीसी की वित्तीय हालत में सुधार लाने के लिए उनको प्राइवेटाइज करने का फैसला किया है। पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग आईटीडीसी दिल्ली पटना, जम्मू, रांची, भुवनेश्वर, पुरी, भोपाल, भरतपुर, जयपुर, गुवाहाटी, मैसूर, पुडुचेरी और इटानगर में 16 होटल चलाती है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख