ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

वाशिंगटन: न्यूयॉर्क पुलिस ने सलमान रुश्दी पर हमला करने वाले संदिग्ध की पहचान कर ली है। प्रेस कांफ्रेंस कर पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक हमलावर का नाम हादी मटर है और वो फेयरव्यू, न्यू जर्सी का रहने वाला है। हालांकि हमले के पीछे के कारणों का अभी पता नहीं लगाया जा सका है। साथ ही बताया जा रहा है कि घंटों की सर्जरी के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।

न्यूयॉर्क पुलिस कमांडर ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि दिन में करीब 10बजकर 47मिनट पर स्पीकर रुश्दी एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। जहां पहले से मौजूद हमलावर ने उनकर चाकू से हमला कर दिया। इस दौरान उनकी गर्दन और पेट में गंभीर चोटें आई हैं। घटना के तुरंत बाद मौके पर मौजूद डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार दिया। जिसके बाद उन्हें हेलीकॉप्टर की मदद से आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया।

इससे पहले, सलमान रुश्दी को अपनी किताब 'द सैटेनिक वर्सेज' के लिए जानलेवा हमलों का सामना करना पड़ा था। पहले भी पश्चिमी न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान मंच पर उनपर हमला हो चुका है।

न्यूयॉर्क: भारत में जन्में अंग्रेजी भाषा के प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी पर शुक्रवार को अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान चाकू से हमला किया गया। हमलावर ने उनकी गर्दन में चाकू मारा। हमले के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि अभी उनकी स्थिति कैसी है इस बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है। न ही इस बात का पता चला है कि हमलावर कौन है। न्यूयॉर्क पुलिस ने छुरा घोंपे जाने की पुष्टि की है और कहा कि उन्हें हेलीकॉप्टर से एक क्षेत्रीय अस्पताल ले जाया गया है। पुलिस ने बताया कि हमलावर हिरासत में है।

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उसके रिपोर्टर ने चौटाक्‍वा इंस्‍टीट्यूशन में शख्‍स को तेजी से मंच पर आते हुए देखा। जब लेखक का परिचय दिया जा रहा था तो इस शख्‍स ने रुश्‍दी को चाकू मारा। हमला इतनी तेज था कि वे फर्श पर गिर पड़े। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने लेखक को किसी तरह बचाया और उन्हें अलग लेकर गए। बाद में इस शख्‍स को पकड़ लिया गया। मुंबई में पैदा हुए सलमान रुश्दी दुनियाभर में अपने लेखन के लिए फेमस हैं। उनके लेखन के लिए 1980 के दशक में उन्हें ईरान से जान से मारने की धमकी मिली थी।

काबुल: आत्मघाती आतंकी हमलों को बढ़ावा देने वाला तालिबान का शेख़ रहीमुल्लाह हक्कानी एक आत्मघाती हमले में मारा गया है। काबुल के एक मदरसे में बोलते वक्त ये हमला हुआ। हमलावर अपनी एक नकली टांग में विस्फोटक छिपा कर लाया था। रहीमुल्लाह के साथ-साथ इस हमले में उसका 4-5 साल का बेटा और भाई भी मारा गया है। आईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ले ली है।

टोलो न्यूज ने इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता बिलाल करीमी के हवाले से बताया कि काबुल में हक्कानी उनके ही मदरसे में हुए विस्फोट में मारा गया। अफगानिस्तान में हाल के हफ्तों में सिलसिलेवार विस्फोट हुए हैं। ये विस्फोट राजधानी काबुल के चंदावल, पुल-ए-सोखता और सरकारिज समेत कई इलाकों में हुए हैं। 6 अगस्त को काबुल के पश्चिम में पुल-ए-सोखता इलाके के पास हुए एक विस्फोट में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए थे। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने अफगानिस्तान में हाल ही में हुए विस्फोटों की निंदा की है, जिसमें 120 से अधिक लोग मारे गए और घायल हुए हैं।

संयुक्त राष्ट्र: भारत और अमेरिका की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव पर चीन ने अड़ंगा लगा दिया है। भारत और अमेरिका चाहते थे कि अब्दुल रऊफ अजहर पर वैश्विक प्रतिबंध लगाया जाए और उसकी संपत्ति को फ्रीज कर दिया जाए। इस तरह के प्रतिबंध के लिए सुरक्षा परिषद की समिति के 15 सदस्यों की सहमति होनी चाहिए, लेकिन चीन ने इसमें अड़ंगा डाल दिया।

मीडिया से बात करते हुए चीनी मिशन के प्रवक्ता ने कहा कि हमने प्रस्ताव इसलिए रोका क्योंकि हमें इस मामले का अध्ययन करने के लिए और समय चाहिए। समिति के दिशानिर्देशों में प्रस्ताव को रोकने का प्रावधान है। इस तरह से पहले भी समिति के सदस्यों द्वारा प्रस्ताव रोके गए हैं।

अमेरिकी ट्रेजरी ने 2010 में अजहर को नामित किया था। उस पर पाकिस्तानियों से आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने और भारत में आत्मघाती हमले प्लान करने का आरोप लगाया गया था।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख