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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

समरकंद: चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने शुक्रवार को भारत को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की अध्यक्षता गृहण करने पर बधाई दी। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने इस अवसर हाथ मिलाया। शी चिनफिंग ने कहा कि चीन अगले साल सम्मेलन आयोजित करने में भारत की मदद करेगा। शी चिनफिंग के बयान से ऐसा लगता है कि अगला एससीओ सम्मेलन भारत में होगा। भारत-चीन के बीच लद्दाख सीमा पर सैन्य तनाव होने के बाद दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहली बार आमने-सामने मिले हैं।

इससे पहले उज़बेकिस्तान के समरकंद में हो रहे शंघाई सहयोग संगठन के वार्षिक सम्मेलन में में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा "हम भारत को मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाना चाहते हैं...।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कल ही उज्बेकिस्तान पहुंच गए थे। शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस दौरान दोनों नेताओं की बातचीत का एजेंडा व्यापार और राजनीति होगा।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को उज्बेकिस्तान के समरकंद में एक क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस दौरान व्यापार और राजनीति एजेंडे पर चर्चा होगी।

व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी गुरुवार से शुरू हो रहे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की दो दिवसीय 22वीं बैठक में भाग लेंगे।

यह दो सालों में इस ब्लॉक का पहला इन-पर्सन शिखर सम्मेलन है। कोविड के बाद सभी 8 राष्ट्राध्यक्ष आमने-सामने बैठकर वैश्विक-क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे।

भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने एक समाचार एजेंसी को बताया, "रूसी राष्ट्रपति पुतिन आगामी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं। पीएम मोदी भी जा रहे हैं।हमने पहले ही घोषणा की है कि पीएम मोदी सहित समरकंद में कई बैठकें होंगी।"

इससे पहले, आधिकारिक रूसी समाचार एजेंसी ने राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव के हवाले से कहा था, पीएम मोदी के साथ अंतर्राष्ट्रीय एजेंडे पर भी बातचीत होगी।

कीव: यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने खारकीव क्षेत्र पर पूरी तरह से अपना कब्जा कर लिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा सैन्य आक्रमण की घोषणा के पहले दिन ही रूस ने इसे अपने कंट्रोल में कर लिया था। यूक्रेन की सेना 13 सितंबर को एक वीडियो जारी किया है। इसमें उन्होंने दावा किया है कि मंगलवार को यूक्रेनी-रूसी सीमा से 20 किलोमीटर से भी कम दूर वोवचांस्क को आजाद करा लिया गया है। द गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, छह महीने तक रूसी कब्जे वाले इन क्षेत्रों पर नियंत्रण हासिल करने के बाद यूक्रेनी सैनिकों ने कस्बों और गांवों पर झंडे लहराए हैं।

रिपोर्टों के मुताबिक, रूसी खुफिया अधिकारियों और सैन्य कमांडरों ने हाल की हार को देखते हुए क्रीमिया से बाहर निकलना शुरू कर दिया है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन की सेना ने खारकीव क्षेत्र में इज़्यूम और कुपियांस्क पर कब्जा कर लिया, जो डोनबास में रूसी सेना की आपूर्ति के लिए प्रमुख केंद्र हैं। खारकीव क्षेत्र पर अपने नियंत्रण को मजबूत करने के बाद यूक्रेनी सैनिकों ने छतों पर राष्ट्रीय ध्वज भी लहराए।

लंदन: किंग चार्ल्स तृतीय ने सोमवार को पहली बार ब्रिटेन के सम्राट के रूप में संसद को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपनी दिवंगत मां (एलिजाबेथ II) के बारे में बात की और संकल्प लिया कि वह संवैधानिक शासन के अनमोल सिद्धांतों को बनाए रखने में अपनी मां को फालो करेंगे। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन गुरुवार को हो गया था, जिसके बाद किंग चार्ल्स ब्रिटेन के नए शासक बने।

संसद लोकतंत्र का अभिन्न अंग

वेस्टमिंस्टर हाल में हाउस आफ कामन्स और लार्ड्स द्वारा दी गई संवेदनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए, किंग ने कहा कि वह शोक संवेदनाओं के लिए बहुत आभारी हैं, जिन्होंने एकजुटता दिखाई है कि महारानी हम सभी के लिए क्या मायने रखती हैं। अपनी मां को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, किंग चार्ल्स ने कहा, 'जैसा कि (विलियम) शेक्सपियर ने पहले की महारानी एलिजाबेथ के बारे में कहा था, वह सभी राजकुमारों के लिए एक पैटर्न थीं।' किंग चार्ल्स ने कहा, 'संसद हमारे लोकतंत्र का जीवित और सांस लेने वाला साधन है।'

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