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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

वाशिंगटन: अमेरिका के एक शीर्ष थिंक टैंक ने कहा है कि ट्रम्प प्रशासन जहां चीनियों के साथ निकटता बढ़ा रही है वहीं दुनिया में चीन के बढ़ते प्रभाव पर अंकुश लगाने के लिए उसे भारत की जरूरत होगी। अमेरिका के लिए भारत को बेहद अहम बताते हुए अटलांटिक काउंसिल ने ट्रम्प प्रशासन से भारत के साथ अपने रिश्तों को प्राथमिकता देने की अपील की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले अमेरिका के शीर्ष थिंक टैंक 'अटलांटिक काउंसिल' ने अपने नीति पत्र 'ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया फ्रॉम ए बैलेंसिंग टू लीडिंग पॉवर' में कहा है कि चीन ने आर्थिक एवं सैन्य दोनों मोर्चों पर प्रगति की है, इस बात को देखते हुए अमेरिका को अपने वैश्विक एवं क्षेत्रीय प्रभुत्व सुनिश्चित करने के लिए वहां अपने संसाधन लगाने की आवश्यकता है। नीति पत्र को पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी और साउथ एशिया सेंटर ऑफ द अटलांटिक काउंसिल के निदेशक भारत गोपालस्वामी ने संयुक्त रूप से लिखा है। इसमें कहा गया है कि जबकि ट्रम्प चीन से घनिष्ठ संबंधों पर काम कर रहे हैं। इसको देखते हुए वाशिंगटन को भारत-यूएस संबंधों को मजबूत करने के लिए और अधिक प्रयासों की जरूरत है। सीनेटर जॉन मैक्केन के एशिया-पैशिफिक क्षेत्र में मजबूती प्रदान करने का प्रस्ताव भारत के साथ अच्छे संबंधों के बढ़ाने के लिए अच्छा संकेत हो सकता है।

पेशावर/कराची: पाकिस्तान के अल्पसंख्यक शिया बहुल पाराचिनार जनजातीय इलाके में ईद की खरीदारी के लिए भीड़ भरे बाजार में दोहरे विस्फोट और क्वेटा में आत्मघाती हमले की घटना में कम से कम 42 लोगों की मौत हो गई और 121 लोग घायल हो गए। बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में पुलिस महानरीक्षक एहसान महबूब के कायार्लय के नजदीक विस्फोटकों से लदी एक कार धमाके में सात पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 21 लोग घायल हो गए। यह हमला आत्मघाती हमलावर ने किया। इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह और जमात उल अहरार (जेयूए) से जुड़े स्थानीय संगठनों ने विस्फोट का दावा किया है। जेयूए तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान से अलग हुआ समूह है। अधिकारियों ने बताया कि कार बम विस्फोट में सात पुलिसकर्मियों सहित 13 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले कुर्म जनजातीय जिले के शिया बहुल शहर में ईद की खरीदारी कर रहे लोगों से भरे व्यस्त बाजार में जोरदार दोहरे विस्फोट में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि पहला विस्फोट पाराचिनार इलाके के तूरी बाजार में हुआ जहां एक बस टर्मिनल भी है। दूसरा विस्फोट तब हुआ जब बचावकर्मियों और आसपास खड़े लोग पहले विस्फोट में घायल हुए लोगों की मदद करने पहुंचे।

संयुक्त राष्ट्र: पाकिस्तान का परोक्ष रूप से जिक्र किए बिना भारत ने संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से उन स्रोतों का पता लगाने को कहा है जहां से अफगानिस्तान में सरकार विरोधी तत्व दुनिया में सर्वाधिक बड़े सामूहिक सैन्य बलों से लड़ने के लिए हथियार, प्रशिक्षण और धन हासिल कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी राजदूत सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि हम इस चलन में बढ़ावा देख रहे हैं कि अफगानिस्तान में हिंसा को रोजमर्रा की घटना के रूप में लिया जा रहा है। आतंकवादियों और अपराधी नेटवर्कों की नृशंसता को सरकार विरोधी तत्वों या गृह और राजनीतिक संघर्ष के परिणाम के रूप में नजरअंदाज कर दिया जाता है। ऐसा करके हम कुछ महत्वपूर्ण सवालों को सामने लाने में विफल नजर आते हैं। अफगानिस्तान के संबंध में सुरक्षा परिषद की एक बैठक को संबोधित करते हुए, बिना किसी लाग लपेट के अकबरुद्दीन ने कहा कि ये सरकार विरोधी तत्व कहां से हथियार, विस्फोटक, प्रशिक्षण तथा धन हासिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनको सुरक्षित शरण कहां मिलती है्र ये कैसे हो सकता है कि ये तत्व दुनिया में सबसे बड़े सामूहिक सैन्य प्रयासों में से एक के खिलाफ खड़े हो गए हैं। ये कैसे संभव हुआ है कि ये तत्व अफगान लोगों की हत्याओं पर उन पर बर्बरता में दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। अकबरुद्दीन की ये टिप्पणियां परोक्ष रूप से पाकिस्तान के संबंध में थीं जिस पर भारत और अफगानिस्तान दोनों आतंकवादी समूहों को समर्थन, प्रशिक्षण और धन मुहैया कराने का आरोप लगाते रहे हैं। उन्होंने इस बात को भी दोहराया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अच्छे और बुरे आतंकवादियों के बीच भेद नहीं करना चाहिए और साथ ही उन्होंने एक समूह को दूसरे समूह के खिलाफ खड़ा करने के प्रयासों की भी निंदा की।

मैड्रिड: कभी-कभी छोटे बच्चों के मिजाज का पता ही नहीं चलता है। खेलते-खेलते अचानक किसी बात पर चिढ़ जाएंगे और फिर उसके बाद पूरा घर सिर पर उठा लेंगे। ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए स्पेन के शोधकर्ताओं ने एक ऐसी गुड़िया बनाई है, जो बच्चों के खेलने के काम आएगी साथ ही वह उनके मिजाज पर भी नजर रखेगी। सिउदाद रियल स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैसिला ला मान्या के शोधकर्ताओं ने दरअसल एक चिप बनाई है, जिसका इस्तेमाल खिलौनों में किया जा सकता है। यह चिप आठ तरह की भावनाओं को पढ़ने में सक्षम है और इसके लिए इंटरनेट के सहारे की भी जरूरत नहीं है। इसी चिप की मदद से बनाई गई गुड़िया बच्चों के हावभाव से यह बता सकती है कि आपका बच्चा कब नाराज, उखड़ा-उखड़ा या खुश है। गुड़िया में एक सूक्ष्म कैमरा लगा है, जो चेहरे की तस्वीरें लेता है और अपने चिप में दर्ज भावनाओं से संबंधित हावभाव से उसका मिलान करता है। जिस भावना के साथ बच्चे के हावभाव मिलते हैं, वह उसे दर्ज कर लेती है। चूंकि इसके लिए इंटरनेट की जरूरत नहीं है, इसलिए बच्चों की सुरक्षा से जुड़े मसले भी इस खिलौने के साथ चिंता का सबब नहीं हैं। इस चिप के काम करने के लिए बस एक छोटी सी बैटरी की दरकार होती है। प्रमुख शोधकर्ता डॉक्टर ऑस्कर डेनीज ने न्यू साइंटिस्ट को बताया कि आने वाले समय में मशीनी बुद्धिमत्ता वाले कई उत्पाद आएंगे। इसमें खिलौने, ड्रोन, छोटे रोबोट और पहने जा सकने वाले उपकरण होंगे।

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