गुवाहाटी: गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल से निकल कर मुंबई या गोवा जाने का शिवसेना के बागी विधायकों ने प्लान बदल दिया है। आज शाम पांच बजे महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट के मामले में सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा उसके बाद बागी विधायक इस मामले में कोई फैसला लेंगे। हालांकि इन बागी विधायकों को लिए एक चार्टर्ड प्लेने को स्टैंडबॉय मोड पर रखा गया है। आज सुबह जब गुवाहाटी के होटल से शिवसेना के विधायकों को बस में बैठाकर कामाख्या मंदिर ले जाया जा रहा था, तभी उनके साथ असम के संसदीय कार्य मंत्री पीयूष हजारिका और राज्य के अन्य भाजपा नेता उनके बगल में बैठे दिखे थे।
शिवसेना के बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे ने विधायकों के साथ गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर में दर्शन किये। इसके बाद बागी विधायकों ने गोवा जाने का प्लान बदल दिया। आज शाम को महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट के मामले में सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा, जिसके बाद बागी विधायक आगे का फैसला लेंगे। गुरुवार को महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना है, इसके लिए शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ मुंबई आना है।
शिंदे ने मंदिर के बाहर मीडिया से कहा कि वह बची हुई औपचारिकताएं पूरी करने के लिए गुरुवार को मुंबई लौटेंगे।
अब से कुछ देर पहले तक सूत्रों के हवाले से यह भी खबर आ रही है थी विद्रोही शिवसेना के विधायकों का अगला पड़ाव गोवा का ताज रिजॉर्ट एंड कन्वेंशन सेंटर हो सकता है। यहां कथित तौर पर 70 कमरे बुक किए गए हैं। लेकिन गुवाहाटी से निकलते-निकलते बागी विधायकों का प्लान बदल गया है। अब वह गोवा नहीं जा रहे हैं। कामाख्या मंदिर से दर्शन करने के बाद बागी विधायक वापस होटल में लौट आए हैं। सूत्रों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में आज शाम को सुनवाई के बाद बागी खेमा फैसला करेगा कि उसका कहां जाना है। बागी विधायकों के लिए एक चार्टर्ड प्लेन को स्टैंडबाय पर रखा गया है।
अब तक कहा जा रहा था कि गोवा में भाजपा की सरकार है और वह मुंबई के करीब स्थित है। ऐसे में गोवा उन विधायकों के लिए एक सुविधाजनक स्थान होगा। हालांकि बागी विधायकों के दोबारा गुवाहाटी के होटल में लौटने के कारण इस चर्चा पर विराम लग गया है। अब देखना यह होगा कि बागी खेमा आगे कौन सी चाल चलता है।
महाराष्ट्र एसेंबली में फ्लोर टेस्ट कल
महाराष्ट्र के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से कल बहुमत साबित करने को कहा है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने विधानसभा सचिव राजेंद्र भागवत को पत्र लिखकर सुबह 11 बजे विशेष सत्र बुलाने का आह्वान किया है। इसके बाद शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु ने राज्यपाल के आदेश को चुनौती देते हुए सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया। मामले में उद्धव ठाकरे का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी के शीर्ष अदालत में पक्ष रखा। सुप्रीम कोर्ट आज इस मामले में शाम 5 बजे सुनवाई करेगा।