लखनऊ: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अब लखनऊ नगर निगम के वोटर नहीं रहे। नगर निगम जोन-एक के जोनल अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बुधवार को बताया कि वाजपेयी नगर निगम में दिए अपने पते के मकान में कई वर्षों से नहीं रह रहे हैं। इस कारण मतदाता पुनरीक्षण अभियान के तहत उनका नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया है। वाजपेयी बाबू बनारसी दास वार्ड के वोटर थे।
वोटर लिस्ट में बासमंडी स्थित मकान नंबर 92/98-1 (मोहन होटल के बगल में तीन मंजिला राजेंद्र स्मृति भवन जो इस वक्त किसान संघ का कार्यालय है) पर अब तक उनका नाम दर्ज था। उनका वोटर क्रमांक 1054 था। उन्होंने आखिरी बार नगर निगम के चुनाव में वर्ष 2000 में वोट डाला था। उन्होंने वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव के बाद कोई वोट नहीं डाला है।
जोनल अफसर अशोक सिंह ने बताया कि पिछले कई वर्षों से पूर्व पीएम राजधानी में निवास नहीं कर रहे हैं। इसलिए उनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है। वाजपेयी 1999 से 2004 तक आखिरी बार सांसद रहे थे। इसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने राजधानी में अपना वोट डाला था।
लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में वह नगर निगम में बने बूथ पर वोट डालने आते थे। नगर निगम चुनाव में आखिरी बार वोट उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए साल 2000 में डाला था। शहर में साल 2006 जून में उन्होंने आखिरी सभा डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा के मेयर का चुनाव लडऩे के दौरान कपूरथला में उनके पक्ष में की थी।
वाजपेयी इस समय लुटियंस जोन स्थित 6-ए कृष्ण मेनन मार्ग पर रहते हैं। बताया जाता है कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। वह अब लोगों से भी ज्यादा नहीं मिलते। हालांकि, लालकृष्ण आडवाणी और राजनाथ सिंह जैसे नेता अक्सर उनका हाल-चाल लेने अक्सर जाते रहते हैं।