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लखीमपुर खीरी: कर्फ़्यू के बाद शहर में हालात सामान्य हैं। एसएसपी मनोज झा गश्त कर रहे हैं। आईडी-कमिश्नर देर रात से डेरा डाले हुए हैं। आज शांति समिति की बैठक बुलाई गई है। जिसमें सभी धर्मगुरु सौहार्द बनाए रखने की अपील करेंगे। इससे पहले, तराई का शांत और मस्तमौला शहर लखीमपुर खीरी 33 साल बाद फिर कर्फ्यू झेल रहा है। 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद जब पूरे देश में हालात बिगड़े थे तो लखीमपुर में भी बवाल के बीच कर्फ्यू लगा था। फिर कभी इस शहर के अमन पर आंच नहीं आई थी। राम मंदिर आंदोलन के दौरान भी यहां की शांति पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बनी थी। अब दो लड़कों ने ऐसी खुराफात कर डाली कि शहर प्रदर्शन, हंगामे, उपद्रव के बाद कर्फ्यू का दंश झेल रहा है। स्थानीय लोग बताते हैं कि 1984 में लखीमपुर शहर में तब कर्फ्यू लगा था, जब प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के बाद देशभर में बवाल हुए थे। इंदिरा की मौत पर गुस्साए लोग यहां सड़कों पर उतर आए थे। उस वक्त शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन को शहर में कर्फ्यू लगाना पड़ा था। 33 साल बाद गुरुवार को अचानक जब लोगों ने कर्फ्यू की बात सुनी तो दंग रह गए। दरअसल सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक वीडियो जारी होने के बाद शहर का माहौल एकदम बिगड़ गया। हालांकि जिला प्रशासन ने फौरन कार्रवाई करते हुए आपत्तिजनक वीडियो जारी करने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन आक्रोशित लोग सड़कों पर उतर आए।

हालात को कंट्रोल में करने के लिए आखिर गुरुवार रात प्रशासन को कर्फ्यू का ऐलान करना पड। अयोध्या में राम मन्दिर को लेकर जब विवाद हुआ था और प्रदेश के कई शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया था। उस समय भी खीरी जिले का माहौल नहीं बिगड़ा था। अमन और शांति पसंद शहर का माहौल अब दो लड़को की कारगुजारी से ऐसा खराब हो गया कि कर्फ्यू लग गया। गुरुवार की दोपहर तक जहां शहर अपने पुराने ढर्रे पर चल रहा था वहीं शाम को फिजा में अचानक बदलाव आ गया। कर्फ्यू लगने से लोग दंग रह गए। यह वही शहर है जहां ताजियों का जुलूस निकालता है तो सभी धर्मों के लोग शरीक होते हैं और राम बारात निकलती है तो सभी वर्गों के लोग शामिल होकर फूलों की बारिश करते हैं। लखीमपुर शहर के थरबरनगंज इलाके में कर्फ्यू के बीच दो पक्ष आमने-सामने आ गए। गुरुवार की देर रात शहर में बवाल हो गया। शहर में एक दुकान को जबरन बंद कराने को लेकर हंगामा तोड़फोड़ हो गई। कुछ लोगों ने एक दुकान को बंद कराने की कोशिश में बोतलें फेंकी। इस दौरान हवाई फायरिंग भी हुई। इसमें एक युवक को गोली लग गई। युवक की हालत गंभीर है। उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया है। इसके बाद प्रशासन ने पूरे शहरीय क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया। अफसरों को वीडियो वायरल होने के बाद से शहर के हालात बिगड़ने का अंदेशा था पर किसी तरह मामले को निपटाने की कोशिश चल रही थी। डीएम और एसपी की सक्रियता के चलते माहौल संभल भी गया था, लेकिन कुछ बवाली लोग मान ही नहीं रहे थे। डीएम और एसपी ने कई बार बवालियों को खदेड़ने की कोशिश की, लेकिन हालात बिगड़ते चले गए। इसके बाद प्रशासन के हाथ से सब कुछ निकलता चला गया। रात को थरबरनगंज के इलाके में कुछ लोग दुकान बंद कराने गए थे। वहां बात बिगड़ गई। दुकान बंद कराने को लेकर झड़प हो गई। बताया जाता है कि इस दौरान कुछ लोगों ने बोतलें फेंकनी शुरू कर दी। इस बीच गोलियां चलने लगीं। थरबरनगंज में फायरिंग के दौरान एक युवक को गोली लग गई। पता होते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल लड़के को उठाकर अस्पताल पहुंचाया। वहां उसकी हालत सीरियस बताई जा रही है। प्रशासन ने अब तक लड़के का नाम ओपन नहीं किया है। प्रशासन का दावा है कि गोली कांड में जख्मी युवक की हालत खतरे से बाहर है। तीन डॉक्टरों को उसके इलाज में लगा दिया गया। शहर कोतवाल दीपक शुक्ला का कहना है कि इस घटना के दौरान बवालियों ने एक दुकान पर पहले पथराव किया। फिर बोतलें फेंकने लगे। ऐसे में किसी ने गोली चला दी, जो युवक को लग गई। इसके बाद प्रशासन ने लाठियां लेकर बवाल कर रहे लोगों को खदेड़कर भगा दिया। प्रशासन ने शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बिठा दी है। कर्फ्यू लगते ही लखीमपुर शहर की तस्वीर महज बीस मिनट में बदल गई। रात को कई जगहों पर शादियां थीं। उनमें गए मेहमान जैसे-तैसे भाग निकले। बीस मिनट के अंदर शहर के सभी पेट्रोल पम्प, होटल बंद हो गए। इसके बाद शहर में सन्नाटा बीत गया। शहर में रात पौने दस बजे कर्फ्यू का ऐलान डीएम ने कर दिया। इसके बाद धड़ाधड़ दुकानों के शटर गिरने लगे। लोग जहां थे, वहीं से घरों की ओर दौड़ पड़े। थानों की फोर्स पहले से तैयार थी, वे सब सड़क पर आ गए। पुलिस ने सड़क पर मिले बुजुर्गों, महिलाओं को बाइज्जत घर तक भेजा। इसके बाद बवालियों की तलाश में जुट गई। पुलिस की सख्ती के चलते शहर के सभी मुख्य होटलों के दरवाजे बंद हो गए। वैसे तो होटलों के रेस्टोरेंट के बंद होने का समय रात के 11 बजे मुकर्रर है, लेकिन होटलों के कारीगर दस बजे ही भाग निकले। शहर की एक बड़ी पीढ़ी ने कभी कर्फ्यू देखा ही नहीं था। उसके लिए यह चैलेंज से कम नहीं था। गुरुवार को शहर में शादियां भी थीं। लोगों ने जयमाल आदि का इंतजार किए बगैर घर की राह पकड़नी ज्यादा मुफीद समझी। शहर के पेट्रोल पम्प बंद हो गए। हर ओर सायरन बजाती हुई पुलिस की जीपें दौड़ने लगीं। हर ओर पुलिस ही पुलिस नजर आ रही थी। शहर के निजी स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं। गुरुवार की शाम को शहर में कर्फ्यू लगने के बाद निजी स्कूल संचालकों ने छुट्टी कर दी है। अभिभावकों के मोबाइलों पर मैसेज भेज दिया गया है। एहतियात के तौर पर स्कूल संचालकों ने यह कदम उठाया है। अजमानी इंटरनेशनल स्कूल प्रशासन ने मैसेज भेजकर परीक्षा कैंसिल कर दी है और छुट्टी कर दी है। लखीमपुर-खीरी शहर में कर्फ्यू की पहली मार गरीबों पर पड़ेगी। शाम से ही शहर में ही घर से बाहर निकले लोगों के फोन अचानक घनघनाने लगे और अपने अपनों की हिफाजत की जानकारी में जुट गए।गुरुवार की दोपहर के बाद धीरे धीरे बोझिल सा होने लगा। शाम साढ़े बजते ही माहौल तेजी से बदलने लगा। शाम पांच बजते ही एक समुदाय के लोगों ने बाजार को बंद करा दिया। इसके साथ ही शहर में अफवाहों और नारों का बाजार गर्म होने लगा। इसके साथ ही कुछ लोगों ने मौके का फायदा उठाकर दूसरे समुदाय के लोगों की दुकानें बंद कराने की कोशिश की। हालत देखते हुए डीएम और एसपी मैदान में उतर आए। इसके बाद भी जब माहौल ज्यादा खराब होता दिखा तो डीएम आकाश दीप ने रात में कफ्यू का ऐलान कर दिया। रात का असर और प्रशासन के सख्त रवैए से रात भर के लिए लोग अपने अपने घरों में कैद हो गए। शहर में कर्फ्यू का असली संकट तो कल से शुरू होगा। इसके बाद दूध और सब्जी का भी संकट पैदा हो गया। लखीमपुर के हालात बिगड़ते ही लखनऊ से आईजी और डीआईजी पहुंच गए। दूसरे जिलों से भी फोर्स मंगवाया गया है। आईजी ए सतीश गणेश खुद हालात की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। पुलिस और इंटेलीजेंस टीमें खुराफातियों की निगरानी में जुटी हैं। उपद्रवियों की धरपकड़ शुरू कर दी गई है। 20 से अधिक लोग हिरासत में भी लिए गए हैं। एसपी ने बताया कि बवाल के बाद सभी सड़कों, चौराहों, गलियों पर फोर्स तैनात कर दिया गया है। तराई के लखीमपुर शहर में बवाल के बाद राजनीति भी गरमाती नजर आ रही है। लखनऊ-दिल्ली तक फोन घनघना रहे हैं। पुलिस द्वारा देर रात तीन नेताओं को भी हिरासत में लिया गया है। चुनावी माहौल में लखीमपुर शहर के हालात बिगड़ने से प्रदेश शासन टेंशन में है। गृह विभाग खीरी प्रशासन से पल-पल की रिपोर्ट ले रहा है। डीजीपी और एडीजी लखनऊ से हालात पर नजर रखे हैं और अफसरों को लगातार दिशा निर्देश जारी कर रहे हैं।

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