नई दिल्ली (आशु सक्सेना): कर्नाटक में मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस अभी भी बरकरार है। इसको लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर बैठक चल रही है। पार्टी ने जो पर्यवेक्षक कर्नाटक भेजे थे, उन्होंने भी अपनी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को दी है। इस बीच कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार भी दिल्ली पहुंच गए हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कल से ही दिल्ली में हैं। आज पार्टी अध्यक्ष खड़गे और सोनिया गांधी की मुलाकात के बाद किसी के नाम पर अंतिम मुहर लगने की संभावना है।
राजनीतिक घटनाक्रम और बयानबाजी से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस कर्नाटक की बागड़ोर सिद्धारमैया को सौंपेगी। सू़त्रों से यह ख़बर पहले ही आ चुकी है कि कर्नाटक में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 18 मई को होगा। कांग्रेस अपनी परंपरा को बरकरार रखते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री के चयन की प्रक्रिया को अंजाम दे रही है। राहुल गांधी इस बैठक में पहुंच चुके हैं। उम्मीद की जाती है कि शाम तक पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे संवाददाता सम्मेलन आयोजित करके कर्नाटक नये मुख्यमंत्री की घोषणा कर सकते हैं।
फिलहाल कर्नाटक में सीएम को लेकर सस्पेंस बरकरार है। लेकिन आज इस पर किसी अंतिम निर्णय पर पहुंचने की संभावना है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नाम फाइनल करने से पहले यूपीए अध्यक्षा सोनिया गांधी और पार्टी नेता राहुल गांधी से परामर्श करेंगे।
वहीं सीएम पद के प्रबल दावेदार डीके शिवकुमार ने दिल्ली रवाना होने से पहले कहा कि वह कोई पद पाने के लिए पार्टी को न धोखा देंगे, न पार्टी को ब्लैकमेल करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अब 20 सीटें ;लोकसभा चुनाव मेंद्ध जीतना हमारा अगला लक्ष्य है। हमारी पार्टी एकजुट है और मैं किसी को बांटना नहीं चाहता। मैं ज़िम्मेदार शख्स हूं। मैं न पार्टी को धोखा दूंगा। न पार्टी को ब्लैकमेल करूंगा।‘‘ उन्होंने यह भी कहा कि वह आज जहां भी हैं, कांग्रेस की बदौलत ही हैं। डीके ने कहा, ‘‘हमने यह पार्टी ;कांग्रेसद्ध बनाई है। हमने यह घर बनाया है। मैं इसका हिस्सा हूं। एक मां अपने बच्चे को सब कुछ देगी।‘‘
इससे पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक में रविवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष खड़गे को कर्नाटक के मुख्यमंत्री का नाम चुनने के लिए अधिकृत किया गया। 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ;भाजपाद्ध को हराकर जोरदार जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस मुख्यमंत्री की पसंद पर विचार कर रही है। कांग्रेस ने इसमें 135 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं बीजेपी इस बार महज 66 सीटों पर सिमट गई।