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बेंगलुरू: कर्नाटक में कांग्रेस के चार असंतुष्ट विधायकों में से दो विधायकों ने पार्टी नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से यहां मुलाकात की और कथित तौर पर पार्टी के प्रति वफादारी की बात कही। इन विधायकों को अयोग्य ठहराने संबंधी याचिका सभापति के समक्ष लंबित है। कर्नाटक कांग्रेस ने एक ट्वीट किया, ''विधायक श्री नागेन्द्र और श्री रमेश जरकिहोली ने सीएलपी नेता श्री सिद्धरमैया से मुलाकात की। उनके साथ मंत्री श्री जमीर अहमद खान भी थे। हालांकि इस बैठक में क्या हुआ, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है लेकिन पार्टी सूत्रों ने बताया कि विधायकों ने पार्टी के प्रति वफादारी और कांग्रेस विधायक दल के नेता से लंबित याचिका को वापस लेने की बात कही।

इस दौरान उन्होंने अपनी शिकायतें भी उन्हें बताईं। सूत्रों ने बताया कि सिद्धरमैया ने दोनों विधायकों को सुझाव दिया कि लोकसभा चुनाव होने तक वे कोई भी निर्णय जल्दबाजी में नहीं लें। गौरतलब है कि कर्नाटक में राजनीतिक संकट के बीच चारों असंतुष्ट विधायक कई हफ्तों से लापता चल रहे थे। पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार से उन्हें अयोग्य ठहराने की सिफारिश की थी जिसके दो दिन बाद बुधवार को वे सामने आ गए।

कयास लगाए जा रहे थे कि चारों विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। भाजपा पर राज्य में जद(एस)-कांग्रेस की सरकार को गिरा कर अपनी सरकार के गठन की कवायद के आरोप लगे थे। इस घटनाक्रम से राज्य की राजनीति में घमासान मच गया था।

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