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बंगलूरू: केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े को अपने विवादित बयान देने के लिए जाना जाता है। रविवार को एक बार फिर उन्होंने ऐसा ही बयान दिया है। उनका कहना है कि जो हाथ हिंदू महिलाओं को छुएंगे उनका कोई अस्तित्व नहीं बचना चाहिए। कोडागू जिल में हिंदू जागरण विदेका द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हेगड़े ने दावा किया कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ करके यह बताया गया है कि ताज महल को मुगल शासक शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज के लिए बनवाया था जबकि यह शिव मंदिर है जिसे तेजो महालय कहा जाता है।

हेगड़े ने आरोप लगाया कि समाज में जाति का जहर 700-800 साल पहले आया है और इसने भारतीय इतिहास में प्रवेश किया। चीजें जिनका पहले से अस्तित्व था उन्हें नए नाम दिए जा रहे हैं और हमने उनपर अपना दावा करने की ताकत भी खो दी है।

उन्होंने कहा, 'आज का ताजमहल क्या है? एक बड़ा निर्माण जिसे कि शाहजहां ने अपनी प्रिय पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। उसे अपनी पत्नी से कितना प्यार था देखिए कि उसने उसके लिए एक इमारत का निर्माण कर दिया। इसे मुस्लिमों ने नहीं बनाया था, निश्चित तौर पर नहीं। इतिहास कहता है कि शाहजहां ने अपनी आत्मकथा में कहा है कि उसने वह महल राजा जयसिंह से खरीदा था और यह राजा परमर्दि देव द्वारा निर्मित एक मंदिर था, तेजो महालय जो ताजमहल बन गया।'

हेगड़े ने आगे कहा कि यदि हिंदू लगातार सोते रहे तो उनके घरों का नाम भी बदलकर मंजिल रख दिया जाएगा। उन्होंने कहा, 'यदि आने वाले दिनों में यह जारी रहा तो भगवान राम जहांपनाह और सीता बीबी बन जाएंगी।' सोच में बदलाव करने को लेकर हेगड़े ने कहा समाज में घट रही घटनाओं को समग्रता में देखा जाना चाहिए। सवाल यह नहीं था कि कौन किस समुदाय या जाति से ताल्लुक रखता है।

उन्होंने कहा, 'यदि कोई हिंदू लड़की को हाथ लगाता है तो उसके हाथ का अस्तित्व नहीं रहना चाहिए। इस तरह से इतिहास लिखा गया है। जहां इतिहास बनाने का सवाल है, वहां आप वीरता देख सकते हैं, जहां इतिहास के अध्ययन का सवाल आता है वहां कायरता सामने आ जाती है। आप क्या बनना चाहते हैं इतिहास रचने वाले या इतिहास पढ़ने वाले छात्र?'

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