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नई दिल्ली: कर्नाटक में एक बार फिर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन और विपक्षी भाजपा ने एक-दूसरे पर खरीद फरोख्त के आरोप लगाते हुए अपने अपने विधायकों को लामबंद करना शुरू कर दिया है। भाजपा के सौ विधायक दिल्ली पहुंच चुके हैं। उनको गुरुग्राम के रिसार्ट में अगले दो दिनों तक रखा जा सकता है। दूसरी तरफ हाल में सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार से हटाए गए कांग्रेस विधायक रमेश जराकिहोली समेट पांच विधायकों के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया। भाजपा विधायक दल के नेता पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी कांग्रेस पर यही आरोपखरीद फरोख्त के आरोप लगाते हुए अपने विधायकों को सोमवार को दिल्ली पहुंचा दिया। भाजपा विधायक दल के नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा, कांग्रेस के तोड़फोड़ से बचने के लिए पार्टी विधायकों को दिल्ली लाया गया है। बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन ने एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व में सरकार बनाई है।

 

कुमारस्वामी बोले, मैं सब संभाल लूंगा

मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के आरोपों को खारिज करते हुए सोमवार को कहा, कांग्रेस के तीनों विधायक मेरे संपर्क में हैं। मेरी सरकार को कोई खतरा नहीं है। मुझे पता है कि भाजपा किसके संपर्क में हैं और वे क्या ‘ऑफर’ कर रहे हैं। मैं सब संभाल लूंगा। कर्नाटक के कैबिनेट मंत्री शिवकुमार का आरोप है कि भाजपा राज्य में सरकार गिराने के लिए ऑपरेशन लोटस चला रही है। कांग्रेस के तीन विधायक मुंबई के एक होटल में भाजपा के कुछ नेताओं के साथ ठहरे हुए हैं। उनसे खरीद-फरोख्त की जा रही है। मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त पर कहा, तीनों कांग्रेस विधायक मुझे बताकर मुंबई गए थे। चिंता की कोई बात नहीं है। मैं इससे निपट लूंगा।

कहीं भी जा सकते हैं विधायक

उपमुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता जी. परमेश्वर ने कहा कि हमारे विरोधी कह रहे हैं कि सरकार गिरने जा रही है, लेकिन ऐसा नहीं होने जा रहा है। हमारे कुछ विधायक राज्य से बाहर हैं। संभव है कि वे मंदिर गए हों या छुट्टियां बिताने गए हों। किसी ने नहीं कहा कि वे भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं। हमारे सभी विधायक साथ हैं।

आरोप गलत:गौड़ा

केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा कि कांग्रेस के आरोप गलत हैं। हम उनके किसी भी विधायक के संपर्क में नहीं हैं। कांग्रेस को पहले अपना घर संभालना चाहिए। वे अपने विधायकों को एकसाथ कर्नाटक में रख नहीं पा रहे और हर बात के लिए भाजपा पर उंगली उठाते हैं।

ऑपरेशन लोटस

2008 विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। भाजपा को 110, कांग्रेस को 80, जेडीएस को 28 और निर्दलीय को 6 सीटें मिली थीं। भाजपा ने 6 निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी। इसके बाद भाजपा ने जेडीएस के चार और कांग्रेस के तीन विधायकों को अपने पक्ष में कर लिया था। इसके लिए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। बाद में सभी भाजपा में शामिल हो गए। इन सीटों पर उपचुनाव हुए। सात में से पांच विधायक जीत गए। इस तरह सदन में भाजपा की संख्या 115 हो गई। इस पूरी कवायद को ऑपरेशन लोटस कहा गया।

कर्नाटक: 2018 विधानसभा की स्थिति

कुल सीटें: 224 

बहुमत: 113

पार्टी          सीटें    

भाजपा        104      

कांग्रेस          80      

जेडी (एस)    37    

अन्य          3

 

 

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