नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात की निचली अदालत से आसाराम के खिलाफ दर्ज यौन उत्पीड़न मामले में अभियोजन पक्ष की गवाही तेजी से दर्ज करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात कोर्ट इस मामले में बुधवार को कहा है कि वह तय समय सीमा में सुनवाई कर जल्द मामले की निपटरा करे। गौरतलब है कि 12 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम की जमानत याचिका खारिज कर दी थी और उनके द्वारा दायर किए गए मेडिकल रिपोर्ट पर सवाल भी उठाए। कोर्ट ने आसाराम द्वारा स्वास्थ्य संबंधित फर्जी कागजात दायर कराने मामले पर एक नई एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए साथ ही एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। उल्लेखनीय है कि बलात्कार और यौन शोषण के आरोप में जेल में बंद आसाराम ने गुजरात और राजस्थान में चल रहे मामलों में जमानत की मांग की थी। हालांकि दोनों मामलों के कुछ गवाहों ने भी खुद पर खतरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाई। आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 में गिरफ्तार किया था और तभी से वह जेल में है।
एक किशोरी ने आसाराम पर आरोप लगाया था कि उन्होंने जोधपुर के निकट स्थित मनाई गांव में बने आश्रम में उसका यौन उत्पीड़न किया था।