जालंधर: वायुसेना ने कहा कि राफेल खरीद सौदे में ज्यादा कीमत नहीं दी गई और सरकार ने फ्रांस के लडाकू विमान के सौदे के लिए बहुत अच्छा मोलभाव किया। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने कहा कि इसके लिए ज्यादा कीमत नहीं दी गयी है। हमने अनुबंध से भी कम दाम पर 36 फ्रेंच लड़ाकू विमान राफेल के लिए मोलभाव किया। सरकार ने सौदे में बहुत अच्छा मोलभाव किया।
उन्होंने यहां पास के आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन पर संवाददाताओं से कहा कि यह सरकार से सरकार के बीच अनुबंध है। धनोआ ने कहा कि वायुसेना को अच्छे मोलभाव वाले दाम पर 36 लड़ाकू विमान मिल रहे हैं।
गौरतलब है कि राफेल लडाकू विमान को लेकर कांग्रेस-भाजपा के बीच नोकझोंक चल रही है। इसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि एक व्यवसायी को लाभ पहुंचाने के लिए पूरे सौदे में कथित बदलाव किया गया, जबकि सत्तारूढ़ दल ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के पुत्र जय को लेकर सवाल क्यों नहीं किया जाता।
कांग्रेस आरोप लगा चुकी है कि केंद्र में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से जय की कंपनी के कारोबार में कथित तौर पर कई गुना इजाफा हुआ है। राहुल ने संवाददाताओं से कहा कि आप मुझसे जो भी सवाल पूछते हैं, मैं खुशी से उनका जवाब देता हूं। आप प्रधानमंत्री मोदी से राफेल सौदे को लेकर, अमित शाह के पुत्र को लेकर सवाल क्यों नहीं पूछते।
उन्होंने कहा कि आप प्रधानमंत्री से सवाल क्यों नहीं पूछते, जिन्होंने एक व्यवसायी की मदद के लिए पूरे राफेल सौदे को ही बदल दिया। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस बात का स्पष्टीकरण देना चाहिए कि राफेल सौदे के लिए किसी ऐसे पर भरोसा क्यों किया गया, जिसके पास वैमानिकी का शून्य अनुभव है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सेल्फ रिलायंस (आत्मनिर्भरता) निश्चित तौर पर मेक इन इंडिया का एक महत्वपूर्ण पक्ष है।