जालंधर: पंजाब में विकास, पानी, नशा और धर्म के मुद्दों पर लड़े जाने वाले चुनावों की जगह अब सेक्स वीडियो और आपत्तिजनक तस्वीरों के मुद्दे ने ले ली है। राजनीतिक मंचों से पानी के हक, नशे के जाल और धर्म की रक्षा की बात कहने वाले नेता अब एक-दूसरे पर चरित्र हनन का आरोप लगा रहे हैं। स्पष्ट रूप में कहें तो रैलियों की स्टेजों की राजनीति अब बेडरूम के अंतरंग पलों तक जा पहुंची है।
विधानसभा चुनाव के बाद सजे गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव के मैदान की बात करें तो 15 दिन में चरित्र हनन के आरोपों के ऐसे 3 मामले सामने आए हैं जिनमें दो वीडियो और कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल की गई हैं।
ताजा मामला जिसने तूल पकड़ा है वे है बटाला के एक व्हाट्सएप ग्रुप में डाली गई 3 मिनट 6 सेकेंड की सेक्स वीडियो का। इस वीडियो को कथित रूप से हलका ब्यास से पूर्व कांग्रेसी विधायक जसबीर सिंह डिम्पा के साथ जोड़ा जा रहा है। वीडियो की जानकारी जैसे ही जसबीर सिंह डिम्पा को मिली तो वे तुरंत बटाला पहुंचे।
डिंपा ने पुलिस स्टेशन सिविल लाइन में एक एफ.आई.आर. संबंधित व्हाट्सएप ग्रुप और उसमें शामिल उन नम्बरों वाले लोगों के खिलाफ दर्ज करवाई। डिम्पा ने पुलिस प्रशासन से आग्रह व अपील की कि वह जल्द से जल्द इस फेक वीडियो को अपलोड करने वाले यक्ति को गिरफ्तार करे।
साथ ही डिंपा ने कहा है कि ये वीडियो फेक है और वे दोषी को बख्शेंगे नहीं। शुक्रवार को इस कथित वीडियो के वायरल होने के बाद शनिवार को सोशल मीडिया पर खबर फैली कि वीडियो के कैरेक्टर युवक-युवती सामने आ गए हैं और ये वीडियो काफी पुराना है। हालांकि इस खबर की भी पुष्टि नहीं हुई है।
इससे पहले 5 अक्तूबर को सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी तस्वीरें वायरल की गईं जिन्हें कथित रूप से गुरदासपुर उपचुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी स्वर्ण सलारिया की बताया जा रहा है। इस मामले में सलारिया ने कांग्रेस प्रत्याशी सुनील जाखड़ और वित्त मंत्री मनप्रीत बादल पर आंखें तरेरी हैं। सलारिया ने यहां तक कहा है कि अगर मनप्रीत बादल ने माफी नहीं मागी तो वे मनप्रीत के खिलाफ मानहानि का केस करेंगे।
इन दोनों मामलों से पहले 28-29 सितंबर को पूर्व अकाली मंत्री सुच्चा सिंह लंगाह पर एक विधवा ने नौकरी के लिए रेप का आरोप लगाया। पीडि़ता के मुताबिक उसके साथ गुरदासपुर, चंडीगढ़ समेत कई शहरों में शारीरिंक संबंध बनाए गए। इन संबंधों की एक कथित वीडियो भी वायरल हुई है। इस मामले में लंगाह सरेंडर कर चुके हैं।
सरेंडर से पहले लंगाह ने कहा था कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया क्योंकि कांग्रेस को पता है कि वे गुरदासपुर उपचुनाव हार जाएगी।