कोलकाता: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार (2 जून) को हुए दर्दनाक रेल हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का ताजा बयान सामने आया है। उन्होंने परोक्ष रूप से केंद्र और ओडिशा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "हमारे पास मृत्यु की लिस्ट बढ़ रही, उनके पास घट रही है।"
रविवार (4 जून) को ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या 288 नहीं, बल्कि 275 है। उन्होंने आंकड़े में आई तब्दीली का कारण भी बताया। मुख्य सचिव ने कहा कि आंकड़ा डीएम की ओर से जांचा गया था, कुछ शवों को दो बार गिन लिया गया था।
रविवार को ही प्रदीप जेना के बयान के कुछ देर बाद सीएम ममता बनर्जी ने मीडिया को आंकड़ा बताया। सीएम ममता ने कहा, "हमारे पास मृत्यु (जान गंवाने वाले लोगों) की लिस्ट बढ़ रही, उनके पास घट रही है। पश्चिम बंगाल के 162 लोगों की जान गई है। अब तक पूरी लिस्ट नहीं मिल पाई है।"
उन्होंने कहा कि बहुत ऐसे लोग भी यात्रा करते हैं, जो लिस्ट में नहीं होते हैं। सीएम ममता ने कहा कि 182 शवों की अब तक पहचान नहीं की जा सकी है।
मुख्यमंत्री बनर्जी ने आगे कहा, "मैं कल वहां (बालासोर) गई थी। मैंने कुछ नहीं कहा, कह सकती थी। लेकिन कहा नहीं, मेरे साथ रेल मंत्री (अश्विनी वैष्णव) और धर्मेंद्र प्रधान थे।" सीएम ममता ने कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "वहां जिन्हें चोट लगी है उनका इलाज भी ठीक से नहीं हो रहा है। उन्हें एक कमरे में बिना पंखे के रखा गया है, शायद उनका दोष नहीं है, जगह नहीं मिली होगी।"
सीएम ममता ने कहा कि एंटी कॉलिजन डिवाइस क्यों नहीं थी? उन्होंने कहा, "केंद्र बात ज्यादा करता है काम कम। हमने 150 एंबुलेंस भेजीं, 50 डॉक्टर और नर्सें भेजीं। ओडिशा सरकार के साथ कोऑर्डिनेट करके काम किया।"
सीएम ममता ने गिनाए अपने काम, केंद्र पर साधा निशाना
सीएम ममता ने कहा, "मैं रेल मंत्री थी, तो एक्सीडेंट होने पर परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देती थी। मैं रेल मंत्री थी तो मैंने मानव रहित रेलवे क्रासिंग खत्म की। एंटी कॉलिजन डिवाइस लगाई, रेलगाड़ियों में ताकि हादसे कम हों। इसमें वर्तमान सरकार का कोई योगदान नहीं है, बल्कि इन्होंने तो तिलांजलि दे दी रेल की।"
पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा, "मैंने दुरंतो शुरू की, क्या हाल किया उसका।" उन्होंने वंदे भारत ट्रेन पर सवाल उठाया। सीएम ममता ने कहा, "वंदे भारत शुरू की है, नाम तो ठीक है। लेकिन एक पेड़ गिर जाए, तो आगे का हिस्सा टूट जाता है। पता करके देखिए क्या इस ट्रेन के लिए ये इंजन सही है?"
उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से हादसे में जान गंवाने वाले राज्य के लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये, गंभीर चोट वालों को 1 लाख रुपये और हल्की चोट वालों को 25 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा।
बीजेपी नेता के ट्वीट पर सीएम ममता का पलटवार
बता दें कि बीजेपी नेता अमित मालवीय ने रविवार (4 जून) को ट्वीट करके नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते हुए ट्रेन हादसों के आंकड़े बताए। इसके पलटवार में सीएम ममता ने कहा, "मेरे पास एक मैसेज आया है, जिसमें एक बड़ी लिस्ट थी कि नीतीश, लालू और मेरे समय में कितने लोग मारे गए? क्या कभी इन लोगों ने सोचा कि मैंने अपने समय में रेलवे को कितना आधुनिक किया। सारी जानकारी गलत है।"