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कोलकाता/नई दिल्ली: कोलकाता से नई दिल्ली से भुवनेश्वर तक तृणमूल कांग्रेस सांसदों, नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपने सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के खिलाफ बुधवार को प्रदर्शन किया। तृणमूल कांग्रेस के कथित कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय और कार्यकर्ताओं को विभिन्न जगहों पर निशाना बनाया। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता और ममता बनर्जी के करीबी सहायक बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी से गुस्साए पार्टी कार्यकर्ताओं ने कोलकाता, भुवनेश्वर में सीबीआई कार्यालयों के सामने भी प्रदर्शन किया। तृणमूल सांसद को सीबीआई गिरफ्तारी के बाद वहां की अदालत में पेश करने के लिए ले गई है। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मुलाकात की और बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की उनसे मांग की। उधर, तृणमूल सांसदों ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास तक विरोध मार्च निकालने का प्रयास किया लेकिन उन्हें बीच में ही हिरासत में ले लिया गया। तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने तुगलक रोड थाने में संवाददाताओं से कहा, ‘हम बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी, मोदी के इस्तीफे और बिड़ला और सहारा समूहों से उनके धन लेने की जांच की मांग कर रहे हैं। हम रोज वैली घोटाला मामले में संलिप्तता के लिए बाबुल सुप्रियो (केंद्रीय मंत्री) के इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं।’ रॉय ने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री के आवास की तरफ शांतिपूर्ण तरीके से बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमें बीच में ही हिरासत में ले लिया और हमारे कुछ सांसदों के साथ बदसलूकी की।’

उन्होंने बताया कि विरोध मार्च में 36 तृणमूल सांसदों ने हिस्सा लिया। उन्हें शाम को छोड़ दिया गया। अभिनेता से नेता बने तापस पाल के बाद बंदोपाध्याय तृणमूल के दूसरे सांसद हैं जिन्हें एक सप्ताह के भीतर इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। 15000 करोड़ रुपये से अधिक के इस घोटाले की जड़ें पश्चिम बंगाल और ओडिशा समेत कई राज्यों में फैली हैं। तृणमूल कार्यकर्ताओं के मध्य कोलकाता में कल शाम भाजपा मुख्यालय पर हमला करने के कुछ ही घंटे बाद उन्होंने हुगली जिले में पार्टी की राज्य महासचिव कृष्णा भट्टाचार्य के घर पर हमला किया। भट्टाचार्य ने कहा कि तीन नकाबपोश लोग मोटरसाइकिल पर सवार होकर कल रात नौ बजे के करीब कोन्नानगर जोरपुकुर घाट स्थित उनके घर आए और बम फेंकना शुरू किया। भट्टाचार्य ने अपनी पुलिस शिकायत में कहा कि वे उनके घर में घुसे, उनके साथ गाली-गलौज की और एक खिड़की के कांच तोड़ दिए, फर्नीचर को क्षति पहुंचाई और उनपर हमला किया। हुगली जिले के चिनसुरा में एक अन्य घटना में कथित तौर पर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने भाजपा के एक कार्यालय में आग लगा दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ उपद्रवकारियों ने भाजपा के दो कार्यकर्ताओं की पिटाई करने और उन्हें खदेड़ने के बाद आज शाम भगवा पार्टी के चिनसुरा मंडल कार्यालय में आग लगा दी। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा, ‘समूचे राज्य में हमारे पार्टी कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई है। पार्टी के विभिन्न नेताओं के घरों पर बम फेंके गए हैं। पुलिस बस मूकदर्शक बनी हुई है।’ भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने तृणमूल कांग्रेस को ‘अपने तरीके से सुधार लेने या परिणाम भुगतने’ की परोक्ष तौर पर धमकी दी और आश्चर्य जताते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी ने उनके खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया तो क्या ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के सांसद देशभर में जा पाएंगे या नई दिल्ली में प्रवेश कर पाएंगे। विजयवर्गीय ने कोलकाता में संवाददाताओं से कहा, ‘बंगाल में हो सकता है हम तृणमूल कांग्रेस जितने ताकतवर नहीं हों। लेकिन समूचे देश में हम सबसे मजबूत राजनैतिक ताकत हैं। मुझे आश्चर्य है कि अगर दिल्ली में भाजपा कार्यकर्ताओं ने फैसला किया कि वे दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस सांसदों को प्रवेश नहीं करने देंगे तो क्या वे दिल्ली में प्रवेश करने में सक्षम हो सकेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘जवाब है नहीं। अगर भाजपा कार्यकर्ताओं ने देशभर में प्रदर्शन करने का फैसला कर लिया तो क्या वह स्वतंत्र होकर देशभर में घूम सकेंगी। अगर तृणमूल कांग्रेस ने अपने तरीके नहीं सुधारे तो हम चुप नहीं बैठेंगे।’ विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रभारी पर्यवेक्षक हैं।

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