कोलकाता: पश्चिम बंगाल में हुए उप चुनाव में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस की जीत को नोटबंदी के खिलाफ 'लोगों की बगावत' करार देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह विदेशों से काला धन लाने में नाकाम रहे हैं। विपक्ष की ओर से आयोजित विरोध रैली में शामिल होने के लिए नई दिल्ली रवाना होने से पहले ममता ने पत्रकारों से कहा, 'उप-चुनाव के नतीजे केंद्र के नोटबंदी के जनविरोधी फैसले के खिलाफ एक करारा जवाब है। यह केंद्र के खिलाफ बड़े पैमाने पर कोई विद्रोह नहीं, बल्कि जनता की बगावत है। भाजपा को इस जनादेश से सबक सीखना चाहिए। ममता ने कहा, 'पंजाब और उत्तर प्रदेश के चुनावों में भाजपा कहीं नहीं रहेगी। नरेंद्र मोदी सरकार विदेशों से काला धन लाने में नाकाम रही है, जबकि उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान यह वादा किया था। चूंकि वह अपना वादा पूरा करने में नाकाम रहे हैं, इसलिए आम लोगों को परेशान किया जा रहा है। आम लोगों की मेहनत की कमाई छीनी जा रही है।' पश्चिम बंगाल की दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में ममता की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को जीत हासिल हुई है। तामलुक लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार दिव्येंदु अधिकारी ने जीत हासिल की। दिव्येंदु ने अपनी सबसे करीबी प्रतिद्वंद्वी और माकपा उम्मीदवार मंदिरा पांडा को 4.97 लाख वोटों से हराया।
मोंटेश्वर विधानसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार सैकत पांजा को बड़ी जीत हासिल हुई।उन्होंने अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी और माकपा उम्मीदवार मोहम्मद उस्मान गनी सरकार को 1,27,127 वोटों से हराया। कूचबिहार लोकसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में भी तृणमूल उम्मीदवार पार्थप्रतिम रॉय को जीत मिली। उन्होंने अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी और भाजपा उम्मीदवार हेमचंद्र बर्मन को 4.9 लाख वोटों से हराया। इस सीट पर वाम मोर्चा में साझेदार फॉरवर्ड ब्लॉक का उम्मीदवार तीसरे पायदान पर रहा।