पटना: बिहार विधानसभा चुनाव-2020 में अंतिम चरण के लिए कल (शनिवार) 78 विधानसभा क्षेत्रों के अलावा वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र उपचुनाव के लिए भी मतदान होगा। बिहार चुनाव के पहले चरण में 28 अक्टूबर को 71 सीटों और दूसरे चरण के तहत 3 नवम्बर को 94 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है। अब शनिवार को अंतिम चरण के मतदान के साथ ही इसकी पूर्णाहुति होनी है। इसी के साथ 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने वाले प्रतिनिधियों की किस्मत भी ईवीएम में कैद हो जाएगी। तीसरे चरण में 2 करोड़ 35 लाख 54 हजार 71 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। आम चुनाव के तीसरे चरण में 15 जिलों की 78 सीटों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को मतदान होगा। इस चरण के चुनाव को लेकर शुक्रवार की शाम से ही सुरक्षाबलों एवं मतदानकर्मियों की टीम को बूथों के लिए रवाना कर दिया गया।
इस चरण में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के अलावा सरकार के 11 मंत्रियों -विजेन्द्र प्रसाद यादव, महेश्वर हजारी, विनोद नारायण झा, खुर्शीद अहमद, प्रमोद कुमार, लक्ष्मेश्वर राय, बीमा भारती, कृष्ण कुमार ऋषि, नरेन्द्र नारायण यादव, रमेश ऋषिदेव, सुरेश शर्मा सहित 1204 उम्मीदवार मैदान में हैं।
2.35 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे
तीसरे चरण में 2 करोड़ 35 लाख 54 हजार 71 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 12325780 पुरुष, 11205378 महिला एवं 894 थर्ड जेंडर के मतदाता शामिल हैं। इनके अतिरिक्त 22019 सर्विस मतदाता भी अपना वोट डालेंगे।
मतदान में महिलाओं की बराबरी करने की पुरुषों के सामने चुनौती
तीसरे और अंतिम चरण की वोटिंग में पुरुषों के सामने महिलाओं को मात देने की बड़ी चुनौती होगी। अब मतदान के बाद पता चलेगा कि इस चरण में पुरुषों ने महिलाओं से अधिक वोटिंग की या नहीं। कोरोना काल के बावजूद बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए हुए मतदान के दौरान महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में जमकर वोटिंग की थी। जानकारी के अनुसार कुल 55.70 फीसदी मतदान हुआ था। दूसरे चरण के चुनाव में पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने करीब छह फीसदी अधिक मतदान किया था। पुरुष मतदाताओं में 52.92 फीसदी ने मतदान किया जबकि कुल महिला मतदाताओं में 58.80 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया।
चुनाव प्रचार के लिए दलों ने नहीं छोड़ी कोई कसर
बिहार विधानसभा चुनाव-2020 में प्रचार के लिए दलों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। जनसभाओं के साथ ही रोड शो भी हुए। एनडीए के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी 12 सभाएं की। वहीं जदयू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एनडीए उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार के लिए जनसंवाद भी किए। उधर, महागठबंधन उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आठ सभाएं कीं। जबकि नेता विपक्ष व राजद के तेजस्वी प्रसाद यादव ने सर्वाधिक 263 जनसभाएं कीं। एनडीए और महागठबंधन दोनों के नेताओं ने अधिक से अधिक प्रचार के लिए उड़नखटोलों की भी मदद ली।