पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 सीटों के लिए 54.44 फीसदी मतदान हुआ। मुजफ्फरपुर जिले में सर्वाधिक 59.98 तो सबसे कम 48.23 फीसदी मतदान पटना जिले में हुआ है। विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो सबसे कम 34.50 फीसदी दीघा तो सबसे अधिक 63.62 फीसदी मतदान चनपटिया में हुआ है। सीटों के लिहाज से यह चरण काफी महत्वपूर्ण था। कुल तीन चरणों में पूरा होने वाले लोकतंत्र के इस महापर्व के दूसरे मुकाम पर सर्वाधिक 94 सीटों पर उम्मीदवारों के बीच महामुकाबला हुआ। इस चरण की वोटिंग संपन्न होने के साथ ही मैदान में खड़े नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव सहित चार मंत्रियों- श्रवण कुमार, रामसेवक सिंह, नंद किशोर यादव, राणा रणधीर के अलावा 1463 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया।
दूसरे चरण में सबसे ज्यादा 27 उम्मीदवार महाराजगंज और सबसे कम चार उम्मीदवार दरौली (सु) सीट से चुनाव मैदान में हैं। इस चरण में सबसे अधिक राजद के 56, लोजपा के 52, भाजपा के 46, जदयू के 43, रालोसपा के 36, बसपा के 33, राकांपा के 29, कांग्रेस के 24, माकपा व भाकपा के चार-चार उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला मतदाताओं ने किया।
इस चरण में कुल 2.68 करोड़ मतदाता निर्वाचन क्षेत्रों के मतदाता सूची में शामिल थे।
आठ क्षेत्रों में चार बजे और शेष में छह बजे तक मतदान
मंगलवार को हुए दूसरे चरण के चुनाव को लेकर आठ विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक और शेष 86 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान हुआ। चुनाव आयोग द्वारा शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी 41,362 बूथों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गयी थी। इसके साथ ही 3548 बूथों से लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गयी थी। इस चरण में 8694 बूथ संवेदनशील थे जहां सुरक्षा की सख्त व्यवस्था की गयी थी।
चार दर्जन से अधिक बूथों पर ईवीएम खराबी से वोटिंग में देरी
जानकारी के अनुसार दूसरे चरण के चुनाव को लेकर चार दर्जन से अधिक बूथों पर ईवीएम की खराबी के कारण मतदान शुरू होने में देरी हुई। मॉक पोल के दरम्यान और उसके बाद भी ईवीएम में खराबी की शिकायत के बाद उनको बदलना पड़ा। दूसरी ओर, छपरा के अमनौर के पहाड़पुर में ईवीएम को तोड़े जाने की घटना सामने आयी। उसे बदल कर मतदान पुन: शुरू कराया गया। कांटी के मधुबन में बूथ संख्या - 58 पर हंगामा हुआ जिसे प्रशासन की तत्परता से सुलझा लिया गया। नालंदा (बूथ संख्या 27), बनियापुर (294) और समस्तीपुर के विभूतीपुर विस के बूथ नंबर 46 और मुजफ्फरपुर के मीनापुर स्थित बूथ संख्या 221 व 244 पर ईवीएम में खराबी के कारण मतदान देर से शुरू हुआ।
पीरपैंती मतदाताओं के लिहाज से सबसे बड़ा चुनाव क्षेत्र
पीरपैंती मतदाताओं की संख्या के लिहाज से सबसे बड़ा चुनाव क्षेत्र इस चरण में था जहां शाम पांच बजे तक 53.20 फीसदी मतदान हुआ। हालांकि यहां 3.34 लाख वोटर हैं। इनमें 1.78 लाख पुरुष, 1.56 लाख महिला और 12 ट्रांसजेंडर हैं। बेगूसराय के चेरियाबरियापुर मतदाताओं की संख्या से सबसे छोटा चुनाव क्षेत्र था। यहां शाम पांच बजे तक 56.62 फीसदी मतदान हुआ। हालांकि चेरियाबरियापुर में 2.48 लाख वोटर हैं। इनमें 1.30 लाख पुरुष, 1.17 लाख महिलाएं और 22 ट्रांसजेंडर हैं।
बीएसएफ जवान सहित तीन की मौत
हाजीपुर के भगवानपुर में मतदान केंद्र पर सुरक्षा में तैनात बीएसएफ के एक जवान की ड्यूटी के दौरानहार्टअटैक से मौत हो गई। वहीं, नालंदा में बुजुर्ग विष्णु देव पंडित सुबह मतदान के लिए गए थे। इसी दौरान हार्टअटैक से उनकी मौत हो गई है। मतदान के लिए लाइन में लगे लोगों ने मृतक के परिजनों को सूचना दी। सारण के मशरक थाना क्षेत्र की कवलपुरा पंचायत के बहादुरपुर गांव में बूथ संख्या-71 पर मतदान करने पहुंची वृद्ध महिला की मौत हो गई। मृतक की पहचान देवेन्द्र सिंह की 70 वर्षीया पत्नी शारदा देवी के रूप में हुई। वृद्ध महिला वोट देने के लिए लाइन में लगी थी कि अचानक गिर पड़ी।
किस जिले में कितने प्रतिशत हुआ मतदान
1. पश्चिम चंपारण: 59.69%
2. पूर्वी चंपारण: 56.75%
3. शिवहर: 56.04%
4. सीतामढ़ी: 57.40%
5. मधुबनी: 54.67%
6. दरभंगा: 54.15%
7. मुजफ्फरपुर: 59.98%
8. गोपालगंज: 55.09%
9. सीवान: 51.88%
10. सारण: 54.15%
11. वैशाली: 54.52%
12. समस्तीपुर: 56.02%
13. बेगूसराय: 58.82%
14. खगड़िया: 56.10%
15. भागलपुर: 54.85%
16. नालंदा: 51.06%
17. पटना: 48.23%