पटना: वित्तीय वर्ष 2016-17 में कुल योजनाकार 71 हजार 501 करोड़ में लगभग 78 फीसदी राशि केवल 10 विभागों पर खर्च होगी। बाकी विभागों पर 22 फीसदी राशि खर्च होगी। युवाओं व गांवों पर जोर देते हुए सरकार ने बजट में दस महत्वपूर्ण सेक्टर पर 55 हजार करोड़ से अधिक खर्च करने का निर्णय लिया है। सबसे अधिक पैसा 10 हजार 950 करोड़ शिक्षा पर खर्च होगा, जो कुल योजनाकार का 15.31 फीसदी है। दूसरे स्थान पर ऊर्जा विभाग है, जिसमें 9658 करोड़ खर्च होगा। यह कुल योजनाकार का 13.51 फीसदी है। ग्रामीण कार्य विभाग में 5954 करोड़ खर्च होगा जो कुल योजनाकार का 8.33 फीसदी है। इसके बाद पथ निर्माण को 7.90 फीसदी तो ग्रामीण विकास पर कुल योजनाकार की 7.58 फीसदी राशि खर्च होगी। स्वास्थ्य विभाग छठे पायदान पर है। इसके बाद समाज कल्याण, योजना एवं विकास विभाग, कृषि, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग का स्थान है। 10 विभागों में सात ऐसे विभाग में जिनमें पांच हजार करोड़ से लेकर 11 हजार करोड़ के बीच खर्च होगा। बाकी विभागों पर 16 हजार 135 करोड़ खर्च होगा जो कुल योजनाकार का 22.57 फीसदी है।
विभाग योजनाकार (करोड़) प्रतिशत
1- शिक्षा- 10950.14 करोड़ रुपये- 15.31 प्रतिशत
2- ऊर्जा- 9658.60 करोड़ रुपये- 13.51 प्रतिशत
3- ग्रामीण कार्य- 5954.31 करोड़ रुपये- 8.33 प्रतिशत
4- पथ निर्माण- 5651.41 करोड़ रुपये- 7.90 प्रतिशत
5- ग्रामीण विकास- 5420.13 करोड़ रुपये- 7.58 प्रतिशत
6- स्वास्थ्य- 5348.92 करोड़ रुपये- 7.48 प्रतिशत
7- समाज कल्याण- 4971.93 करोड़ रुपये- 6.95 प्रतिशत
8- योजना विकास- 2947.10 करोड़ रुपये- 4.12 प्रतिशत
9- कृषि- 2342.35 करोड़ रुपये- 3.28 प्रतिशत
10- खाद्य उपभोक्ता- 2121.63 करोड़ रुपये- 2.97 प्रतिशत
बाकी विभाग- 16135.32 करोड़ रुपये- 22.57 प्रतिशत
कुल- 71501.84 करोड़ रुपये- 100 प्रतिशत