मुंबई: शिवसेना ने गुरुवार को कहा कि वह एक वर्ष के भीतर भाजपा नीत महाराष्ट्र सरकार छोड़ देगी। शिवसेना की सरकार से अलग होने की यह एक नवीनतम चेतावनी इस बात का संकेत है कि पार्टी 2019 का चुनाव अकेले लड़ेगी। भाजपा के साथ तल्ख रिश्ते साझा कर रही शिवसेना इससे पहले भी राजग सरकार से बाहर होने की कई बार धमकी दे चुकी है।
मुंबई से 240 किलोमीटर दूर अहमदनगर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए शिवसेना की युवा इकाई युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे ने कहा कि गठबंधन से हटने के बाद शिवसेना अपने बल पर सत्ता में वापस आएगी। उन्होंने कहा कि शिवसेना एक वर्ष में सरकार छोड़ देगी और अपने बल पर सत्ता में वापस आएगी।
पार्टी सरकार कब छोड़ेगी इसका निर्णय शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे करेंगे। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2019 में होगा। शिवसेना कार्यकर्ताओं को अभी से इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। आदित्य ने शिवसेना कार्यकर्ताओं से कहा कि ''एक बार यह हो जाए (सरकार से बाहर होने का फैसला), इसके बाद आप सब परिवर्तन के लिए एकजुट हो जाएं।''
भाजपा पर हमला करते हुए ठाकरे ने कहा कि शिक्षा से जुड़े मुद्दे अब तक नहीं सुलझे हैं। छात्र उनसे मुलाकात करते हैं और अपनी मांगों के बारे में बताते रहते हैं। उन्होंने कहा कि '' शिवसेना विद्यार्थियों के मुद्दों को सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है।
शिवसेना ने एक एजुकेशनल एप्लीकेशन भी तैयार की है जिसके जरिए छात्रों का मार्गदर्शन किया जाएगा और उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।'' जब से महाराष्ट्र में भाजपा ने सरकार का गठन किया है तभी से शिवसेना प्रदेश की राजनीति में हमेशा खुद को 'बिग ब्रदर' बताती रही है। वह भाजपा के लिए दूसरी बार सरकार बनाने के रास्ते में रोड़ा बन सकती है।