जींद (हरियाणा): विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि भाजपा सरकार अपने साढ़े चार साल के शासनकाल में भी राम मंदिर का निर्माण नहीं करवा सकी, जबकि 2014 में राम मंदिर के निर्माण के मुद्दे को लेकर ही सत्ता में आई थी। अब चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो भाजपा को राम मंदिर की याद आ रही है। चुनाव नजदीक आते ही दोबारा से सत्ता पाने के लिए भाजपा फिर से राम मंदिर का राग अलापने लगी है। साढ़े चार के साल काल में मंदिर की याद नहीं आई। यह बात प्रवीण तोगड़िया ने गुरुवार को भिवानी से कैथल जाते समय शहर की विकलांग गोशाला में पत्रकारों से कही।
उन्होंने कहा कि आज से 26 वर्ष पहले कारसेवकों ने अयोध्या में राम मंदिर के स्थान पर खड़े मस्जिद नुमा ढांचे को ध्वस्त कर राम मंदिर के निर्माण के लिए आंदोलन को तेज किया था। भाजपा भी राम मंदिर के निर्माण पर जनता के बीच जाकर वोट मांगती है। 2014 में भी भाजपा ने राम मंदिर के निर्माण पर हिंदुओं के वोट हथियाने का काम किया, लेकिन सत्ता में आते ही मंदिर का निर्माण भूल गई।
तोगड़िया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री साढ़े चार साल में भी राम मंदिर का निर्माण नहीं करवा सके तो फिर उन्हें 2019 के चुनाव में हिंदुओं के वोट लेने का कोई अधिकार नहीं है। इसलिए 2019 में हिंदू, मोदी को सत्ता से बाहर करने का काम करेंगे। तोगड़िया ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि कोई राफेल में लगा है तो कोई मिशेल में, हमें तो राफेल वाला भी नहीं चाहिए न मिशेल वाला चाहिए, हमें तो राम मंदिर बनाने वाला प्रधानमंत्री चाहिए। 2019 में हिंदू उसी को प्रधानमंत्री बनाएंगे जो राम मंदिर का निर्माण करवाएगा।